ट्रंप और बिडेन के चुनावी अभियान को चीन और ईरान के हैकरों ने बनाया निशाना
वाशिंगटन.अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन (Joe Biden) डिजिटल जासूसों के निशाने पर हैं. इन जासूसों ने अमेरिकी राष्ट्रपति अभियान से जुड़ी जानकारियों को चुराने का प्रयास किया, हालांकि सफल नहीं हो सके. Google के थ्रेट एनालिसिस ग्रुप के प्रमुख शेन हंटले (Shane Huntley) ने ट्विटर पर इसका खुलासा किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि चीन समर्थित हैकरों ने जो बिडेन के चुनावी अभियान में शामिल कर्मचारियों के ईमेल खातों को निशाना बनाया जबकि ईरान के हैकरों ने डोनाल्ड ट्रंप के अभियान से जुड़े सदस्यों को. हालांकि, दोनों ही मामलों में हैकरों को सफलता नहीं मिली.
शेन हंटले के इस खुलासे से एक बार फिर यह स्पष्ट होता है कि दुनिया के शीर्ष नेताओं की डिजिटल जासूसी लगातार की जा रही है.
पूर्व में भी ट्रंप के अभियान में ईरानी हैकरों ने सेंध लगाने का प्रयास किया था. पिछले साल, माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प ने बताया था कि चार्मिंग किटन नाम के एक समूह ने अमेरिकी राष्ट्रपति अभियान से संबंधित ईमेल खातों में सेंध लगाने की कोशिश की थी. हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट ने राष्ट्रपति का नाम नहीं बताया था, लेकिन सूत्रों ने इसकी पुष्टि डोनाल्ड ट्रंप के रूप में की.
इस साल की शुरुआत में, खुफिया कंपनी एरिया-1 ने कहा था कि रूसी हैकर्स ने एक यूक्रेनी गैस फर्म से जुड़ी कंपनियों को निशाना बनाया है, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बिडेन के बेटे ने काम किया था. हंटले के ट्वीट पर गूगल ने ज्यादा कुछ कहने से इंकार कर दिया है, लेकिन इस खुलासे से यह पता चलता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर चीन और ईरान जैसे देश नजरें जमाए बैठे हैं.