ट्रंप के हाथ लगा सबसे बड़ा सबूत, अब अमेरिका देगा चीन को सबसे बड़ी सजा?
नई दिल्ली. एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना (Coronavirus) संकट से जूझ रही है. दूसरी ओर दुनिया की तीन महाशक्तियां महायुद्ध की तैयारी में जुट गई हैं. चीन अमेरिका और रूस का कोरोना काल में युद्ध का खतरनाक प्लान बन रहा है. अमेरिका ने चीन को महामारी पर सजा देने की ठान ली है. चीन ने भी अमेरिका पर पलटवार का पूरा ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चीन के खिलाफ सबसे बड़ा बयान दिया है. ट्रंप का ये बयान चीन के खिलाफ जंग का ऐलान माना जा रहा है. दरअसल, ट्रंप ने दावा किया है कि चीन के वुहान लैब (Wuhan Lab) से ही कोरोना वायरस निकला है. ट्रंप ने गुरुवार को चीन पर नए टैरिफ की धमकी भी दे डाली. उन्होंने दावा किया है कि वुहान के शहर से ही कोरोना वायरस की शुरुआत हुई और उनके पास इसके सबूत भी हैं.
यानी, राष्ट्रपति ट्रंप को मालूम चल चुका है कि कोरोना वायरस चीन के वेट मार्केट से नहीं निकला बल्कि वुहान की लैब से ही बाहर आया है. इसी के साथ कोरोना वायरस के स्त्रोत पर अमेरिका ने चीन का सबसे बड़ा झूठ पकड़ लिया है. ऐसे में सवाल उठता है कि फिर इस खुलासे के बाद अमेरिका चीन पर एक्शन क्या लेगा?
आपको इस सवाल का जवाब हाल ही में ट्रंप के एक और बयान से मिल सकता है जब ट्रंप ने चीन को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा था कि चीन चाहता तो कोरोना वायरस को वुहान से ही फैलने से रोक सकता था.
यानी अमेरिका पहले से ही चीन को कोरोना वायरस का गुनहगार मान रहा है और अब तो वुहान लैब के सबूत भी ट्रंप के हाथ लग चुके हैं. तो चीन के खिलाफ अमेरिका कुछ ना कुछ बड़ी कार्रवाई जरूर करेगा ये तो तय है. ये बात हम इसलिए दावे से कह सकते हैं क्योंकि अमेरिका अपने दुश्मनों से बदला जरूर लेता है.
आपको याद होगा, ईरान के साथ क्या हुआ था. इराक में अमेरिका के तीन सैनिकों को मारा गया तो बदले में अमेरिका ने ईरान के सबसे बड़े सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी को ड्रोन अटैक में मार गिराया.
जबकि कोरोना वायरस से अमेरिका के अंदर ही अबतक कई हजार नागरिकों की मौत हो चुकी है. आर्थिक मंदी आ चुकी है, बेराजगारी चरम पर है और खुद राष्ट्रपति ट्रंप की साख दांव पर लग गई है. तो क्या अमेरिका इतनी बर्बादी के बाद चुप बैठेगा? बिल्कुल नहीं, वो आने वाले दिनों में चीन को सबक जरूर सिखाएगा.