ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई से परेशान,निजी बस मालिक संघ ने आईजी को सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर. कोरोना संक्रमण के कारण सार्वजनिक यात्री बसों की सेवाएं कई महीनों तक बंद रही। बाद में बड़ी मुश्किल से बस सेवा आरंभ हो सकी है। नियमानुसार बसों में कम यात्री बिठाने के कारण बस संचालकों को घाटा होने की बात कही जा रही है, वहीं इसी दौरान लगातार ट्रैफिक पुलिस द्वारा बसों को परेशान किए जाने की शिकायत सामने आई है। शनिवार को निजी बस मालिक संघ द्वारा आईजी को ज्ञापन सौंपकर शिकायत दर्ज कराई गई। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि यात्री बसों को शहर के बाहर ट्रैफिक पुलिस द्वारा रोके जाने से आम यात्री और बस मालिकों को काफी परेशानी हो रही है । मार्च से लेकर अगस्त तक बसे खड़ी रही । शासन के निर्देश पर ही 30 से 40% बसों का ही संचालन वर्तमान में हो पा रहा है । ट्रेन सेवा भी सामान्य ना होने से यात्री, बसों पर निर्भर है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले मजदूर, मरीज कामकाजी लोग और किसान बसों से आना-जाना करते हैं, जिन्हें बस पकड़ने के लिए शहर के बाहर तक दूसरी व्यवस्था कर जाना पड़ रहा है ,जिससे उन्हें अतिरिक्त व्यय हो रहा है । वर्तमान में सिटी बसों का भी संचालन नहीं हो पा रहा, जिसके चलते समस्या बढ़ गयी है। निजी बस के संचालकों ने दावा किया कि वे घाटा सह कर भी अपने बसों के संचालन का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यातायात पुलिस द्वारा इसमें बाधा उत्पन्न की जा रही है। आम यात्रियों को शहर के बाहर उतारने के कारण बस स्टॉप में प्रतिदिन विवाद हो रहा है। यात्रियों को शहर के बाहर से शहर तक पहुंचने के लिए ऑटो या रिक्शा से आना जाना पड़ रहा है।