ट्विटर पर तेजी से ट्रेंड कर रहा #DrSwamyEmergencyHero, जानें क्या है पूरा मामला
नई दिल्ली. भारत के इतिहास में 25 जून बहुत महत्वपूर्ण है. 1975 में केंद्र सरकार के द्वारा इस दिन एक ऐसा फैसला लिया गया था, जिसे आने वाले समय में भी हमेशा याद रखा जाएगा.
25 Jun 1975 को तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाई गई थी. जिसके तहत कई बड़े नेताओं को जेल में बंद कर दिया गया था और आम जनता के अधिकारों को सख्त नियमों के तहत सीमित कर दिया गया था. कल यानी गुरुवार को इमरजेंसी को हुए 45 साल बीत गए.
लेकिन ट्विटर पर #DrSwamyEmergencyHero तेजी से ट्रेंड कर रहा है. दरअसल इस हैशटैग में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को इमरजेंसी का हीरो बताया गया है. इस हैशटैग के साथ इमरजेंसी के दौरान हुई घटनाओं और उसमें स्वामी की भूमिका का जिक्र किया जा रहा है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने खुद अपने ट्विटर हैंडल पर इस हैशटैग के साथ किए गए गए पोस्ट को रीट्वीट किया है. जिन्हें आप स्वामी के ट्विटर हैंडल पर जाकर देख सकते हैं.
इस हैशटैग के साथ किए गए कई ट्वीट्स में ये बताया गया है कि किस तरह सुब्रमण्यम स्वामी, इंदिरा सरकार के लिए सिरदर्द बने थे और उन्होंने किस तरह इमरजेंसी का विरोध किया.
इमरजेंसी के दौरान स्वामी की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही थी. दरअसल जो नेता मुखर थे, वो जेल जा चुके थे. इन नेताओं में जयप्रकाश नारायण, मधु लिमए, राजनारायण, अटल बिहारी वाजपेयी, मोरारजी देसाई और लालकृष्ण आडवाणी और चौधरी चरण सिंह जैसे बड़े नेता शामिल थे. उस समय केवल सुब्रमण्यम स्वामी ही थे, जो पुलिस के हाथ नहीं लगे थे.
इमरजेंसी में स्वामी से जुड़ी एक घटना काफी चर्चित है. दरअसल इमरजेंसी के दौरान स्वामी अपने नई दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में स्थित आवास पर सो रहे थे, रात में 3 बजे पुलिस का फोन आया और उनसे पूछा गया कि डॉक्टर स्वामी आप घर पर हैं? स्वामी को समझते देर न लगी कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है और वह 10 मिनट के भीतर ही अपने घर से चुपचाप बाहर निकल गए और पुलिस के हाथ नहीं आए.