डेंगू से बचना है तो इन फूड्स का कभी न छोड़ें साथ
डेंगू से रोकथाम आप सफाई के जरिए कर सकते हैं, लेकिन अगर इसके इलाज की बात हो तो इस दौरान आपको दवाई के साथ-साथ कुछ फूड्स को भी डाइट में शामिल करना अनिवार्य होता है।
इस साल की शुरुआत से ही देश में कोरोनावायरस फैलना शुरू हो गया था। सरकार ने मार्च में कोरोनावायरस को तेजी से फैलने से रोकने लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगाया और सभी तरह के जरूरी कदम उठाए। कोरोनावायरस आज भी तेजी से फैल रहा है और रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है, लेकिन इसी बीच ऐसी बीमारी जो कि हर साल देशभर में हजारों लोगों की जान लेती है और लाखों लोगों को अपनी चपेट में लाती है उसको कोरोना के चलते काफी हल्के में लिया जा रहा है। जी हां, हम डेंगू की बात कर रहे हैं जो कि कोरोना की तरह एक से दूसरे में फैलती तो नहीं है, लेकिन ये कोई कम खतरनाक बीमारी नहीं है। भारत में ये बीमारी एक खास मच्छर के काटने से फैलती है। साल दर साल देश में डेंगू के केस की संख्या में इजाफा ही देखने को मिल रहा है। मानसून के बाद इसमें काफी तेजी से बढ़ोतरी होती है।
डेंगू वायरस गंदे पानी में पनपने वाले मच्छरों से फैलता है। इससे संक्रमित होने से बचाव का सबसे आसान तरीका यही है कि आप अपने आसपास के वातावरण को साफ रखें और गंदे पानी को एकत्रित होने से रोकें। गड्ढों और तालाबों के साथ सड़कें इन मच्छरों के लिए एक प्रजनन मैदान साबित होती हैं। वैसे सही बात यही है कि इलाज से बेहतर रोकथाम है, लेकिन कभी-कभी रोकथाम मुश्किल हो जाती है। इस बीमारी की शुरुआत सिर दर्द, उल्टी, शरीर में दर्द और तेज बुखार से शुरू होती है। अगर ये ज्यादा प्रभावी है तो मरीज को मसूड़ों से खून आना, पेट में दर्द और खून की उल्टी आदि जैसी गंभीर दिक्कत भी हो सकती है।
अगर आपको इसके लक्षण नजर आते हैं तो इसके इलाज में पहला कदम एक डॉक्टर से परामर्श करना है। इसके बाद वायरस के इलाज के लिए सभी को अस्पताल पहुंचना जरूरी है। इलाज और दवाई के अलावा इससे बचाव को लिए बेहतर डाइट की सलाह दी जाती है। अगर आप तेजी से ठीक होना चाहते हैं तो आपको इसके लिए खास डाइट की जरूरत पड़ती है। यहां हम आपको अपनी डाइट में शामिल करने वाले उन फूड्स के बारे में बता रहे हैं जो कि इस बीमारी में मददगार साबित होते हैं।


मेथी: अच्छी नींद के लिए मेथी बहुत फायदेमंद बताई जाती है। ये नींद को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है और हल्के ट्रैंक्विलाइजर के तौर पर काम करती है जो कि दर्द को कम करने में मददगार होता है। इसी के साथ ये अधिक बुखार को कम करने के लिए भी असरदार साबित होती है जो कि डेंगू के दौरान एक प्रमुख लक्षण माना जाता है।
इस खराबी के चलते रिकवरी प्रोसेस धीमे होता है और बॉडी बीमारी से दोगुने तरीके से लड़ती है। कैफीन युक्त ड्रिंक से इस दौरान दूर रहना चाहिए। इस दौरान ज्यादा हाइड्रेट और आराम देने वाली ड्रिंक की सलाह दी जाती है। किसी भी कीमत पर कैफीन युक्त ड्रिंक को नहीं पीना चाहिए। ये ड्रिंक इस दौरान तेज दिल की धड़कन, थकान, कैफीन क्रैश और मांसपेशियों के टूटने का कारण बनती हैं। इन ड्रिंक की वजह से आपकी रिकवरी में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है।