डेडीकेटेड पार्सल सेवा को बृहत्तर एवं कुशलतम वृद्धि के लिए रेलवे महाप्रबंधक ने वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा उद्यमियों से किया संवाद
बिलासपुर. कोरोना-19 संक्रमण के फलस्वरूप देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान जबकि सब कुछ थम सा गया था, दक्षिण मध्य रेलवे ने आवश्यक वस्तुओ की उपलब्धता हेतु कोविड स्पेशल पार्सल ट्रेन चलाया, जिसे व्यापक और दूरगामी सफलता प्राप्त हुई । इसी पार्सल सेवा को और भी व्यापक करने हेतु रेल मंत्रालय ने विभिन्न प्रोत्साहन योजना, रियायत तथा डेडीकेटेड पार्सल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया ताकि जहां एक तरफ देश भर में आवश्यक वस्तुओ की उलब्धता सुनिश्चित हो सके, वही दूसरी तरफ उद्यमियों एवं उत्पादको को लाभ हो, यही नहीं स्टार्ट अप नवाचार को भी प्रोत्साहन मिल सके। इसके अतिरिक्त रेल्वे के द्वारा प्रदत्त संसाधनों का उच्चतम उपयोग हो सके ।
इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महत्वपूर्ण स्टेशनों से 01 अप्रैल से 28 अगस्त, 2020 तक कुल 9949.06 टन पार्सल की लोडिंग की गई, जो कि एक रिकार्ड है । साथ इस रेलवे को पार्सल गाड़ियो से 02 करोड़ 30 लाख 57 हजार 099 की आय अर्जित की गयी । इसके साथ ही इन वस्तुओं में 2590.71 टन फल एवं डेयरी उत्पाद, 253.89 टन मेडिसिन, 123.88 टन मेडिकल इक्विपमेंट, 1213.99 टन सब्जियाँ, 1240.56 टन किराना सामान तथा 4526.02 टन दैनिक उपयोग की अन्य वस्तुएं शामिल है, जिसमें मुख्य रूप से पपीता, अमरूद, चिरौंजी के बीज, ताजी सब्जियां, मोटर साइकिल, साइकिल, कपड़ा, प्लास्टिक बैग, कपडे, अगरबत्तियां, चॉकलेट, मिष्ठान्न, सुपारी, मशरूम, पापड़, मसाले एवं अन्य किराना वस्तुएं सम्मिलित है ।
इसी प्रकार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में लॉक डाउन के समय में बाहर से आने वाले सामनो में भी वृद्वि दर्ज की है । दिनांक 01 अप्रैल से 28 अगस्त, 2020 तक 3 लाख 14 हजार 874 पैकिंट में 7342.59 टन माल पार्सल ट्रेन से आवक हुई है । जिसमे मेडिकल इक्विपमेंट, मेडिसिन, मास्क एवं पीपीई किट, फोम, बिजली के सामान, प्लास्टिक, स्पोर्ट्स, अगरबत्ती, कॉटन बैग, हार्ड पार्सल , बेड शीट , क्रॉकरी, कार्ड बोर्ड , फिस, सब्जियाँ, मिल्क पाउडर आदि आवश्यक वस्तुओं का आयात किया गया है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा पार्सल सेवा के लिए तीन जोड़ी पार्सल एक्सप्रेस ट्रेन चलाई गयी । जिसमे ईतवारी – टाटा , मुंबई – शालीमार तथा पोरबंदर –शालीमार शामिल है । निज़ामुद्दीन स्टेशन, दिल्ली एवं शालीमार स्टेशन, कोलकत्ता के लिए यात्री ट्रेनों में पार्सल यान जोड़े गए । सब से महत्वपूर्ण गुड्स शेड , प्राईवेट फ्रेट टेर्मिनल एवं प्राईवेट साएडिंग में पार्सल बुक करने की अनुमति प्रदान की गयी । यह अनुमति पार्सल बुक करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा । सुगम, सरल एवं सक्षम तरीके पार्सल बुक करने के लिए मंडल एवं जोन स्तर पर सिंगल विंडो प्रणाली का गठन किया गया । जल्द खराब होने वाली वस्तुए जैसे – फल , सब्जी , डेरी उत्पादन एवं एसी अन्य वस्तुए के लिए 10 पार्सल वेंन वाली ट्रेन का तथा अन्य वस्तुओ के लिए 15 पार्सल वेंन ट्रेन की व्यवस्था की गई । बंगलादेश निर्यातको के लिए 20 पार्सल वेंन की व्यवस्था की गई है ।
पार्सल सेवा को बेहतर बनाने के लिए महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा इन उद्यमियों से प्रत्यक्ष संवाद किया गया । उनसे उनके भविष्य की बिजनस प्लान, इसमें आने वाली समस्याओं के निवारण, तथा उनकी सलाह पर आवश्यक कार्रवाही करने का निर्देश दिया विडियों कांफ्रेंसिंग में रायपुर रेल मंडल के रायपुर, दुर्ग, भिलाई, नागपुर रेल मंडल के नागपुर, गोंदिया, राजनांदगांव, छिदंवाडा तथा बिलासपुर मंडल के बिलासपुर, रायगढ, कोरबा, शहडोल, चिरिमिरी, चाम्पा, अम्बिकापुर सहित अनेक क्षे़त्र के उधमियों शामिल थे।
महाप्रबंधक ने रेलवे द्वारा प्रदत्त सुविधा, प्रोत्साहन योजना, रियायतों का लाभ उठाने के लिए उद्यमियों प्रोत्साहित किया । प्रधान वित्तीय सलाहकार एवं प्रधान मुख्य यात्रिक इंजीनियर ने अपने विभाग से संबंधित मुददें को सुगम तथा सक्षम बनाने की बात कही, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक ने इन पार्सल सेवा के विभिन्न सुविधाओं पर जानकारी दी । प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक तथा अपर महाप्रबंधक विभिन्न मुददों पर उधमियों के साथ विस्तृत चर्चा की। तीनों मंडल के मंडल रेल प्रबंधक तथा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक भी इस चर्चा में उपस्थित थे।
उधमियों की तरफ से लोकल उत्पादक जैसे जडी बूटी, कोसा मिल्क, सब्जी, मशरूम, तेल, मसाले आदि को देश के विभिन्न जगहों पर भेजने की बात की। वही नवाचार शुरूआत के तहत एक उधमि ने लिक्विड कम्पोस्ट को पार्सल से भी भेजने का मंतव्य जताया। कुल मिलाकर विडियों कांफ्रेंसंग के द्वारा यह संवाद बहुत ही सार्थक रहा तथा आने वाले दिनों में विडियों कांफ्रेंसंग पार्सल बुकिंग के क्षेत्र में अपनी उपयुक्तता सिद्व करेगा ।