तैराकी में दो गोल्ड मेडल हासिल करने वाले दिव्यांग रोहित को पुरस्कृत किया शिक्षा मंत्री ने

बिलासपुर. पेण्ड्रा विकासखंड के ग्राम पनकोटा के आदिवासी दिव्यांग छात्र रोहित कुमार ने वर्ष 2017 में उदयपुर में आयोजित 50 मीटर बैक स्ट्रोक और 50 मीटर फ्री स्टाइल राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर यह सिद्ध किया कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं है। रोहित कक्षा सातवीं का छात्र है। अपने गांव के तालाब में अभ्यास करते-करते उसने तैराकी में प्रवीणता हासिल की। गांव के दिव्यांग मितान की नजर उस पर पड़ी और उसने पेण्ड्रा में कार्यरत तैराकी के कोच श्री बी.एम.दाउ को उसकी प्रतिभा से अवगत कराया। कोच श्री दाउ रोहित के गांव जाकर लगातार उसके तैराकी को देखते और वे भी उसकी प्रतिभा के कायल हो गये और उसे आगे बढ़ाने का फैसला किया। श्री दाउ के प्रयास से रोहित ने दिव्यांगों के राज्य स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता में स्थान बनाया। उसे बिलासपुर के खेल परिसर में 10 दिन का प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता में शामिल कराया गया। जहां उसने दो गोल्ड मेडल हासिल किये। रोहित को गत वर्ष राज्य सरकार द्वारा खेल अलंकरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

रोहित वर्तमान मंे श्री बी.एम.दाउ के मार्गदर्शन में अपने गांव के तालाब में ही निरंतर अभ्यास करता है और इस वर्ष आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भी भाग लेने की तैयारी रहा है। यह प्रतियोगिता बिलासपुर में होगी। रोहित के पिता एक गरीब किसान है। अपने बेटे की उपलब्धि से वह बहुत खुश है। पेण्ड्रा विकासखंड में पौष्टिक नाश्ता प्रदाय करने की योजना के उद्घाटन कार्यक्रम में शालेय शिक्षामंत्री डाॅ.प्रेमसाय सिंह टेकाम ने प्रतिभावान रोहित को पौष्टिक नाश्ता खिलाया और उसे पुरस्कार देकर सम्मानित किया।