दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे केन्द्रीय चिकित्सालय में 146 मरीजों की जांच

बिलासपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के केन्द्रीय चिकित्सालय (बिलासपुर) मे आज दिनांक 19 जुलाई, 2019 (शुक्रवार) सुबह 9 बजे से नि:शुल्क पेस मेकर जांच शिविर का आयोजन किया गया । इस पेस मेकर जांच शिविर में रेल्वे तथा गैर रेल्वे के हृदयरोग के 146 मरीजों के नि:शुल्क पेस मेकर जांच किया गया । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के केन्द्रीय चिकित्सालय (बिलासपुर) मे यह उन्नीसवां नि:शुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया है।
पेस मेकर लगाने के बाद इसका नियमित (सालाना) जांच जरुरी है। इसका कार्य एकाएक बन्द होने से मरीज की मृत्यु भी हो सकती है । आज दुनिया भर मे हृदयरोग की बढ़ती प्रवृत्ति को नजर मे रखते हुए केन्द्रीय अस्पताल (दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे), बिलासपुर के हृदय-रोग विभाग पिछले आठ साल से प्रति छह महिने मे एक बार नि:शुल्क पेस मेकर जांच शिविर का आयोजन करते आ रहे है। डॉ. सी. के. दास, हृदयरोग विशेषज्ञ केन्द्रीय अस्पताल [द.पू.म.रेल], बिलासपुर का कहना है कि इस प्रकार का नि:शुल्क पेस मेकर जांच शिविरों का आयोजन भारत मे पहली बार हुआ है और इस प्रकार के शिविर का आयोजन के लिए पेस मेकर कम्पनीयों से सहयोग की जरुरत है। बिलासपुर जैसी जगह मे ऐसे शिविरों का आयोजन करना जितना जरुरी उतना ही कठिन है । केन्द्रीय अस्पताल (द.पू.म.रेल), बिलासपुर मे सफलता पुर्बक ऐसे शिविरों के आयोजन के पीछे पेस मेकर कम्पनीयों का सहयोग बहुत प्रशंसनीय है।
इस शिविर मे 89 रेल्वे के तथा 57 गैर रेल्वे के हृदयरोग पेस मेकर के मरीजों ने अपना पेस मेकर का जांच कराए थे । सबसे छोटा 9 साल का बच्चा (आयुश) और सबसे बड़ा 99 साल के बुजुर्ग (एस.एस.वैद्य) थे । इसमे बिलासपुर के अलावा खरसिया, मुंगेली, रायपुर, भिलाई, नागपुर, नैनपुर, शहडोल, उमरिया, सतना, पेंड्रा से मरीज आये थे । इस शिविर मे 4 मरीज ऐसे पाए गये जिनके पेस मेकर की बैटरी लाइफ समाप्त हो चुकी थी । 17 ऐसे मरीज थे जिनके हृदय की धड़कन बहुत तेज थी । इन मरीजों को उपयुक्त सलाह दी गयी । दो मरीजों को तुरंत पेस मेकर बदला। श्रीमति अंजना 47 साल और श्री इ. कुजुर 79 साल दोनो गैर रेल्वे के है।
द.पू.म.रेल्वे के केन्द्रीय चिकित्सालय (बिलासपुर) मे इन शिविरों मे मरीजों की संख्या क्रमश: वृद्धि हो रही है परंतु डॉ. सी. के. दास, हृदयरोग विशेषज्ञ केन्द्रीय अस्पताल (द.पू.म.रेल), बिलासपुर का कहना है की सही तरीके से इस शिविर का प्रचार होना जरुरी है क्योकि अभी भी बहुत मरीजों के पास इस शिविर कि जानकारी नही है । डॉ.दास का कहना है भारत के दूसरे प्रांतों मे भी इस प्रकार के पेस मेकर चेकिंग शिविर का आयोजन होना आज बहुत जरुरी है जहां रोजाना इन पेस मेकर कम्पनीयों के सेवा नही उपलब्ध हो। ऐसा करने पर हजारों पेस मेकर के मरीज अकाल म्रुत्यु से बच सकते है। आज के शिबिर मे डा. दास के साथ डा. मारुति त्रिपाठी, एवं डा.दीपक देवांगन थे। रेल्वे अस्पताल के ए.एन.ओ श्रीमति सुनीता सोनवने, मैट्रन राथोद, मीन, नाम्लीन,अमीता, मनिशा, उमाशंकर, भरातु, विल्सन, बीना सभीं इस शिबिर को सफल करनेमे सक्रीय थे। इस के अलावा श्री बि.पि. बिश्वास एवं अरुण शर्मा और मो. सलाउद्दिन (इपका) से भी इस कर्यक्रम मे विशेष रूप से भाग लिये थे।