दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सिगनल एवं दूरसंचार विभाग द्वारा तकनीकी सेमीनार का आयोजन
बिलासपुर. प्रधान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री महेन्द्र कुमार यादव की अध्यक्षता में जोनल मुख्यालय के सभागार में एक तकनीकी सेमीनार का आयोजन किया गया एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गौतम बनर्जी महाप्रबंधक दपूमरे रहे। इस सेमीनार में सिगनल एवं दूरसंचार विभाग के मुख्यालय, प्रोजेक्ट, कन्स्ट्रक्शन यूनिट एवं तीनों मंडलों के अधिकारियों एवं तकनीकी कर्मचारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरूआत में महाप्रबंधक महोदय ने सिगनल एवं दूरसंचार विभाग के द्वारा इस तरह के तकनीकी सेमीनार/वर्कशाप का समय-समय पर आयोजन करने के लिए भूरि- भूरि प्रशांसा की। सिगनल एवं दूरसंचार विभाग द्वारा इस तरह के पिछले नौ महीने में नौ सेमीनार/वर्कशाप किया गया है, जिससे सिगनल एवं दूरंसचार के सभी अधिकारियों एवं तकनीकी कर्मचारियों को आधुनिक तकनीकी से अपडेट रहने में मदद मिली है। उन्होनें इस बात पर जोर दिया कि सिगनल एवं दूरसंचार एैसा विभाग है जिसमें नई तकनीक बहुत ही जल्दी-जल्दी विकसित होती है। ऐसे में अधिकारियों एवं तकनीकी कर्मचारियों को अपना अधिकतम ऑटपुट देने के लिए निरंतर अपडेट करने की अत्यंत आवश्यकता होती है। उन्होनें रिले विफलता को गम्भीरता से लेते हुए सभी स्तरो पर विश्लेषण करने की सलाह दी एवं रिले की खराबी को मेक वॉइस एवं टाइप वॉइस वर्गकृत करने पर भी जोर दिया। इसके पश्चात प्रधान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर ने अपने उद्बोधन में नई तकनीक को आत्मसात करने के लिए सलाह दी व कहॉं कि हमे हमेशा एक विधार्थी की तरह नई नई तकनीक सिखने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। इस संदर्भ में वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/बिलासपुर श्री सौरेश मुखर्जी ने सिगनल एवं दूरसंचार विभाग में उपयोग होने वाली विभिन्न प्रकार की रिले के बारे में तकनीकी जानकारी दी तथा इस बारे में महाप्रंबधक महोदय को बिलासपुर मंडल में विगत वर्षो में हुई रिले विफलतों का तुलनात्मक विवरण दिया। मुख्य संचार इंजीनियर श्री के.पी.आर्य ने अर्थ लिकेंज डिटेक्टर की तकनीकी कार्यप्रणाली के बारे में गहन जानकारी दी जिससे कि फिल्ड में अधिक-से-अधिक कार्यप्रणाली में सुधार आ सके। मेसर्स जे एम व्ही के प्रतिनिधियों के द्वारा सर्ज प्रोटेक्शन एवं अर्थींग अरेंजमेंट पर व्याख्यान दिया। मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/योजना श्री एस.के.सोलंकी ने भविष्य में स्ट्रक्चरल अर्थींग एवं ए क्लास प्रोटेक्शन को एकीकृत करने की संभावनाओं को उजागर करने एवं विभाग में उपयोग होने वाले बी एवं सी क्लास प्रोटेक्शन को भी डाटालॉगर से मॉनिटर करने करने की सलाह दी। मेसर्स जे एम व्ही को बिलासपुर मंडल में इसके तकनीकी माप दण्डों के अनुसार एक टेस्ट अर्थ लगाने के लिए कहा जिससे भविष्य में बेस्ट अर्थींग अरेंजमेंट के लिए नया विकल्प मिल सके। उन्होंने भविष्य में ईएलडी के लिए 110 वोल्ट स्पलाई को इन्वर्टर के द्वारा लेनें का निर्देश दिया। इसी क्रम में बिलासपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/लाईन, श्री विकास सोनी जिन्होंने हाल ही में जापान जाकर सिंगनलिंग सिस्टम का प्रशिक्षण लिया है, अपने प्रजेंटेशन के माध्यम से जापान की प्रशिक्षण के तकनीकी ज्ञान एवं अनुभवों रोचक तरीके से व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन उप मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/ मुख्यालय श्री के.पी.सारस्वत ने किया एव अंत में इस बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आभार माना जिनके प्रयासों से यह बैठक सफलतापूर्वक सम्पन्न हो पाई।