दसवी, बारहवीं में मुंगेली जिले के रहे अव्वल,12वीं में टिकेश व 10वीं में प्रज्ञा कश्यप ने हासिल किया 100% अंक


मुंगेली. छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने मंगलवार को 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है। जिसमें दोनों कक्षाओं में टॉप करने वाले छात्र-छात्रा छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रहने वाले हैं।जारी रिजल्ट के अनुसार 10वीं में 73.3 प्रतिशत और 12वीं का 78.59 प्रतिशत छात्रों ने सफलता हासिल किया है। सरस्वती शिशु मंदिर में अध्ययनरत 12वीं में छात्र टिकेश वैष्णव ने 97.80 प्रतिशत और गवर्मेंट हाई स्कूल जरहागांव 10वीं में अध्ययनरत छात्रा प्रज्ञा कश्यप ने 100 प्रतिशत अंक हासिल किया है।

सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र टिकेश वैष्णव ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 97.8% अंक हासिल किए हैं। नियमित रूप से पढ़ाई के साथ टिकेश खेलों को भी पूरा वक्त देते रहे। वह खुद कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी हैं और उन्हें कबड्डी के लिए 10 में से 10 अंक मिले हैं। आपको बता दें कि उनका गांव कबड्डी के लिए मशहूर है। इस कामयाबी के बाद टिकेश इंजीनियर बनना चाहते हैं और वो पीईटी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं । जाहिर है टिकेश के बैकग्राउंड में उन्हें सही मार्गदर्शन देने वाला कोई नहीं है जो इस प्रतिभा को उसके लक्ष्य तक पहुंचा सके । उम्मीद की जानी चाहिए कि इस परिणाम के बाद जिस तरह टिकेश वैष्णव ने ग्राम लिमहा का नाम रोशन किया है उससे मुंगेली में जिम्मेदार लोग आगे आएंगे और टिकेश को उसका लक्ष्य हासिल करने में उसकी मदद करेंगे।

इस परिणाम के बाद भी बेहद सामान्य तरीके से अपने दोस्तों के बीच इसे सेलिब्रेट करते टिकेश वैष्णव ने कहा कि उन्होंने कभी भी परिणाम के लिए प्रयास नहीं किया। बल्कि वे सतत मेहनत करते रहे, परिणाम तो खुद ब खुद बाय प्रोडक्ट आना ही था, जो इस रूप में सामने आया है।

10 वी बोर्ड परीक्षा में मुंगेली छतौना की छात्रा प्रज्ञा कश्यप ने 100 में से 100% अंक लाकर इतिहास रच दिया। खास बात यह भी है कि सरकारी स्कूल में पढ़ाई करते हुए प्रज्ञा ने यह कमाल किया है। शुरू से ही मेधावी रही प्रज्ञा कश्यप ने जरहागांव शासकीय स्कूल से दसवीं की पढ़ाई की है। छतौना में रहने वाली प्रज्ञा कश्यप के पिता भी कवर्धा में शासकीय स्कूल में टीचर है। पिछले साल गर्मी की छुट्टी से ही प्रज्ञा ने पढ़ाई की तैयारी शुरू कर दी थी । वह नियमित रूप से सभी सब्जेक्ट को एक- एक घंटे का वक्त देती थी । उसने पूरे साल 6 घंटे पढ़ाई की और परीक्षा के दौरान इसे बढ़ाकर 8 घंटे कर दिया।उसके टीचर्स को भी पूरा यकीन था कि प्रज्ञा टॉप टेन में शामिल रहेगी। और उसने उस उम्मीद को पूरा किया है । ग्रामीण स्कूल से इस तरह के परिणाम हैरान करने वाले जरूर हैं लेकिन इसके पीछे प्रज्ञा कश्यप की लगन और तैयारी भी है। प्रज्ञा बताती है कि उसने यह मिथक तोड़ा है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई अच्छी नहीं होती। सरकारी स्कूलों की पोस्टर गर्ल बन कर उभरी प्रज्ञा कश्यप का मानना है कि प्राइवेट स्कूल से बेहतर पढ़ाई सरकारी स्कूलों में होती है। बेहद मासूम और सीधी-सादी प्रज्ञा की पूरी दुनिया पढ़ाई के इर्द-गिर्द ही है। प्रज्ञा अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर के साथ अपने अभिभावक और टीचर को देती है । पिता शिव कुमार कश्यप और माता लता कश्यप के प्रोत्साहन से ही 14 लोगों के भरे पूरे परिवार में प्रज्ञा ने यह कमाल कर दिखाया है। प्रज्ञा भविष्य में आईएएस अफसर बनना चाहती है। प्रज्ञा कश्यप ने एक बार फिर साबित किया है कि अगर लगन और दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं। संसाधनों की कमी का रोना केवल अक्षम रोते हैं ।

प्रज्ञा कश्यप का मानना है कि अगर सभी स्टूडेंट हर विषय की नियमित पढ़ाई करें और इस दिनचर्या में कोई परिवर्तन ना हो तो फिर ऐसे परिणाम मुश्किल नहीं है। सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर पूरे 100% अंक लाने का कमाल करने वाली प्रज्ञा कश्यप की दुनिया शायद इस परिणाम के बाद काफी कुछ बदल जाए लेकिन प्रज्ञा को देखकर लगता नहीं कि उसके व्यक्तित्व में बहुत अधिक परिवर्तन होगा।

बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले दोनों कक्षा के छात्र मुंगेली जिले के रहने वाले हैं। दसवीं, बारहवीं के आज घोषित परिणाम के बाद मुंगेली में एक अलग उत्साह देखने को मिल रहा है।इसके पूर्व में भी लगातार मुंगेली जिले ने हर वर्ष दसवीं, बारहवीं के परिणामो में टॉप टेन में अपना दबदबा कायम रखा मगर इस वर्ष के दोनो कक्षाओं में प्रदेश में प्रथम स्थान लाकर अलग कीर्तिमान स्थापित किया।

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