दिल्ली में कोरोना आउट ऑफ कंट्रोल! केजरीवाल ने आज बुलाई सर्वदलीय बैठक


नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज (19 नवंबर) को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. बैठक में बीजेपी और कांग्रेस समेत सभी पार्टियों के नेताओं को बुलाया गया है.

बैठक में इस मुद्दे पर होगी चर्चा
कोरोना से बिगड़े हालात पर काबू पाने के लिए सभी पार्टियों की बैठक आज सुबह 11 बजे दिल्ली सचिवालय में होगी. बैठक में कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचने के उपायों पर चर्चा की जाएगी. वहीं केंद्र सरकार पहले ही एक्शन में आ गई है और 100 निजी अस्पतालों पर रिपोर्ट बनाने के लिए केंद्र ने 10 टीमें बनाई है. जो प्राइवेट अस्पतालों में किए गए इंतजाम की जानकारी जुटाएगी और उसे गृह मंत्रालय को देगी.

24 घंटे में 131 मौतों ने बढ़ाई चिंता
दिल्ली में कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है और इस बीच बुधवार को 24 घंटे में 131 मरीजों की मौत ने चिंता ज्यादा बढ़ा दी है. यह दिल्ली में महामारी से एक दिन में सबसे ज्यादा मौत है. इससे पहले 12 नवंबर को सबसे अधिक 104 लोगों की जान गई थी. पिछले 10 दिन में कोरोना की डेथ रेट 1.48 प्रतिशत हो चुकी है. वहीं बुधवार को दिल्ली में कोरोना के 7486 नए मामले सामने आए.

दोबारा नहीं लगाया जाएगा लॉकडाउन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन पूर्ण समाधान नहीं है. वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगेगा. दिल्ली से नोएडा जाने वालों की रैंडम टेस्टिंग भी शुरू कर दी गई है तो वहीं दिल्ली में एक बार फिर शादियों में सिर्फ 50 लोगों की सीमा तय कर दी गई है.

अभी कोई बाजार नहीं किए गए हैं बंद
अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बताया, ‘अभी कोई बाजार बंद नहीं किया गया है. दिवाली के समय हमने देखा था कि कुछ बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था और भीड़ के बीच भी लोग मास्क नहीं पहन रहे थे. ऐसे बाजार एक तरह से कोरोना हॉटस्पॉट बन सकते थे. एक-दो बाजारों को बंद करने की जरूरत पड़ी तो हमने केंद्र सरकार से इजाजत मांगी थी.’ उन्होंने कहा, ‘इसके लिए एलजी साहब को प्रस्ताव भेजा था. आने वाले कुछ दिनों तक नजर बनाए रखेंगे और अगर जरूरत नहीं पड़ी तो बिल्कुल भी बाजार बंद नहीं करेंगे. कोरोना को संभालने के साथ-साथ लोगों की रोजी-रोटी को बचाना भी बहुत जरूरी है.

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