दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, होम क्वारंटाइन मरीजों का घर बैठे होगा इलाज
नई दिल्ली. अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के मरीजों को होम आइसोलेशन के दौरान घर बैठे ही स्वास्थ्य सेवा देने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 3 मई से प्रभावी नए लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों के तहत सरकारी कार्यालयों में कामकाज शुरू होने के बाद सोमवार को पहली बार कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की. जिसमें कोरोना के हल्के लक्षण वाले रोगियों को होम क्वारंटाइन के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की प्रक्रिया को मंजूरी दी गई.
इसके लिए एक संपूर्ण प्रशिक्षण मैनुअल तैयार किया गया है, जो सभी रोगियों और उनके देखभाल करने वालों को दिया जाएगा. स्वास्थ्यकर्मियों की एक टीम व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक रोगी को बुलाएगी और उन्हें घर पर अलगाव के लिए सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण देगी. इसके बाद दिन में एक बार कॉल की जाएगी, जो रोगी के सभी महत्वपूर्ण विकारों को ट्रैक करेगी और उनके सभी प्रश्नों का उत्तर देगी.
14 दिनों के अलगाव के बाद किए जाने वाले रोगियों के परीक्षण के लिए मरीजों को ऑटोमेटिक SMS अलर्ट भी मिलेगा. दिल्ली सरकार भारत में सर्वश्रेष्ठ होम हेल्थ केयर प्रदाताओं में से एक के साथ काम कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी कोरोना रोगियों की होम क्वारंटाइन के दौरान सर्वोत्तम स्वास्थ्य देखभाल संभव हो.
बता दें कि दिल्ली में अभी तक कोरोना के 4,898 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 64 मरीजों की मौत हो गई. जबकि पूरे देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 46,433 तक पहुंच चुका है. इनमें से 1,568 रोगियों की मौत हुई है. वहीं 12,727 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं.