दुती चंद का भारतीय दल में हुआ चयन, फैंस से की यह गुजारिश

नई दिल्ली. भारतीय स्टार धाविका दुती चंद (Duttee Chand) के घोषणा की है कि उनका दोहा में होने वाली वर्ल्ड कप चैंपियनशिप के लिए 25 सदस्यीय टीम में चयन हो गया है. यह चैंपियनशिप आगामी 27 सितंबर को शुरू हो रही है. दुती चंद को इस साल अर्जुन अवार्ज के लिए खेल विभाग ने नामित किया था, लेकिन डेडलाइन मिस हो जाने के कारण उनका नाम खारिज हो गया था. ओडीशा के एक गांव के गरीब परिवार से आईं दुती चंद का जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा है. उन्हें अपने खेल में आगे बढ़ने के लिए सरकारी सहायता की जरूरत पड़ी जिसके कारण वे अंतरराष्ट्रीय स्तर की धाविका बन सकी.
ट्वीट पर दी यह जानकारी
दुती ने अपने ट्वीट में जानकारी देते हुए कहा, “मैं 27 सितंबर को शुरू होने वाली दोहा विश्व चैंपियनशिप के लिए 25 सदस्यीय टीम में चयनित हो गई हूं. मुझे शुभकामनाएं दें.” दुती ने इसी साल नेपोली में हुए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है. वे इस समय बेहतरीन फॉर्म में हैं. इस स्पर्धा में दुती ने केवल 11.32 सेकंड्स का समय निकाला था. दुती के नाम 100 मीटर दौड़े में 11.24 सेकंड्स का रिकॉर्ड है.
इस साल के शुरू में चर्चा में आई थीं दुती चंद
23 साल की दुती चंद इस साल की शुरुआत में ही तब सुर्खियों में आई थीं जब उन्होंने खुलासा किया था कि उनकी एक समलैंगिक पार्टनर है. दुती ने तब कहा था कि यह उनका निजी मामला है. और उन्हें यकीन है कि एक दो महीने में मामला शांत हो जाएगा. इटरनेशनल लेवल पर कई खेलों में कई खिलाड़ी ऐसे हैं ( जो समलैंगिक संबंध रख रहे हैं). जीने के लिए सभी को साथी की जररूत होती है जो आपके दिल को समझे. हम एक दूसरे को पसंद करते हैं इसलिए हमने साथ जीने का फैसला किया है. वह मुझे खेलों को लिए प्रेरित करती है. मेरा ध्यान खेलों पर कायम रहेगा.”
खेल पर फोकस करने पर जोर
अपनी ओलंपिक की तैयारियों और इस खुलासे पर मचे बवाल पर दुती ने तब कहा था, “भविष्य में समस्याएं आएंगी. इस बात की गारंटी कोई नहीं ले सकता कि ऐसा नहीं होगा. लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या आएगी. यदि ऐसा नहीं होता है तो मैं अपनी ट्रेनिंग कर ध्यान केंद्रित कर सकूंगी. अभी मेरा ध्यान पूरी तर से टोक्यो में होने वाले ओलंपिक 2020 पर है. में ओलंपिक के चयन के लिए और उसमें भाग लेने के लिए ट्रेनिंग ले रही हूं.”
कई परेशानियों से गुजरना पड़ा दुती को
दुती एशियन गेम्स में भारत को दो सिल्वर दिला चुकी हैं. उन्होंने कड़े संघर्षों के बाद गांव से ट्रैक तक की यात्रा की है. जून 2014 में दुती चंद को एथलेटिक्स फेडेरेशन ऑफ इंडिया ने जेंडर टेस्ट के लिए बुलाया था. . बिना किसी जांच और पुष्टि के उन्हें निलंबित कर दिया गया और वे ग्लास्गो कॉमनवेल्थ खेंलो में भाग नहीं ले सकीं. तब दुती चंद ने हार नहीं मानी और खेल पंचाट (सीएएस) में अपील की, जहां से उन्हें राहत मिली थी और अब वे अपना ध्यान अपने खेलों में लगा पा रही हैं और नतीजे भी दे रही हैं.