देखें वीडियो : फेसबुक के जो घृणा से संबंधित कानून हैं, वो भारतीय राजनीति के परस्पर विरोध में खड़े हैं : अजय माकन
अजय माकन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब लोगों का इस पत्रकार गोष्ठी में बहुत -बहुत स्वागत है।
हमारी आजादी की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अमेरिका के अंदर ‘The Wall Street Journal’ ने अपने फ्रंट पेज के ऊपर एक आर्टिकल छापा, जिसका असर पूरी दुनिया में है और उस आर्टिकल की हैडलाइन है, मैं आपको बताना चाहूंगा, आपने उसको जरुर देखा होगा, कोट में है “Facebook’s Hate-Speech Rules Collide With Indian Politics”, यानि फेसबुक के जो घृणा से संबंधित कानून हैं, वो भारतीय राजनीति के परस्पर विरोध में खड़े हैं और ये भारत के स्वतंत्रता दिवस के दिन ये आर्टिकल अगर आता है, तो हम सब लोगों के लिए चौंकाने की बात तो है ही है, साथ में बड़े दुख की बात है। इस आर्टिकल के अंदर कुछ सेंटेंस पढ़कर सुनाना चाहता हूं, अपनी बात आगे रखने से पहले और ये बड़े चौंकाने वाली बात कही हैं, चौंकाने की बातें शायद प्रवीन चक्रवर्ती जी और रोहन गुप्ता जी के लिए नहीं हों, क्योंकि ये लोग उनसे डिल(deal) करते रहे और उनको मालूम है, लेकिन बहुत सारे लोगों के लिए चौंकाने वाली बात होगी।
मैं इसको कोट करना चाहता हूं- “Facebook Inc. employees charged with policing the platform were watching. By March of this year, they concluded Mr. Singh not only had violated the company’s hate-speech rules but qualified as dangerous, a designation that takes into account a person’s off-platform activities, according to current and former Facebook employees familiar with the matter. Given India’s history of communal violence and recent religious tensions, they argued, his rhetoric could lead to real-world violence, and he should be permanently banned from the company’s platforms world-wide.”
ये उन्होंने कहा, लेकिन आगे “The company’s top public-policy executive in the country, Ankhi Das, opposed applying the hate-speech rules to Mr. Singh”. ये बहुत महत्वपूर्ण है, वो कहते हैं कि “The company’s top public-policy executive in the country, Ankhi Das, opposed applying the hate-speech rules to Mr. Singh and at least three other Hindu nationalist individuals and groups flagged internally for promoting or participating in violence, said the current and former employees.”
आगे जो है, बहुत इंट्रैंस्टिंग बात कही है, और आगे “Ms. Das, whose job also includes lobbying India’s government on Facebook’s behalf, told staff members that punishing violations by politicians from Mr. Modi’s party would damage the company’s business prospects in the country,” अब जो इसके अंदर है, दो-तीन चीजें सामने निकल कर आती हैं, वो बड़ी साफ हैं कि जिस वक्त रुलिंग भारतीय जनता पार्टी से संबंधित कुछ लोगों के पोस्ट के बारे में इनकी पुलिसिंग करने वाले डिपार्टमेंट, जो फेसबुक के अपने इंटर्नल हेट स्पीच को देखकर, उनको चिन्हित करके उसके खिलाफ एक्शन लेने वाला जो इनका विभाग है, तो उन्होंने पाया कि कम से कम चार ऐसे लोग हैं, जो दुर्भावना फैला रहे हैं, घृणा से ला रहे हैं, जिससे भारत के अंदर टेंशन हो सकता है और एक तरीके से जमीन के ऊपर उसका असर हो सकता है, वॉयलेंस हो सकता है तो उनको बैन कर देना चाहिए और उस बैन का विरोध किसने किया, Ms. Ankhi Das, जो इंडिया के फेसबुक हैड हैं और उन्होंने क्या कहा कि हमें भारत की रुलिंग पार्टी के जो मोदी जी की पार्टी है, भारतीय जनता पार्टी के लोगों को बैन नहीं करना चाहिए, क्योंकि हमारे बिजनेस प्रोस्पेक्ट इसमें हर्ट होंगे।
यही नहीं कि अभी उन्होंने इस चीज को कहा है, 2018 के अंदर 22 से 26 नवंबर के बीच में हमारे देश के अंदर एक चैनल है, जिसका नाम है NewsClick और Paranjoy Guha इसको चलाते हैं। इन्होंने 5 सीरीज के अंदर कुछ लोगों को आईडेंटिफाई किया, वो कुछ लोग, जो कि अभी भी फेसबुक और वॉटसऐप के अंदर हैं और इनके मैन लिंक भारतीय जनता पार्टी और फेसबुक के आपस के अंदर है, Ankhi Das का नाम उसके अंदर मैंशन है। एक शिवनाथ ठकराल का नाम उसके अंदर मैंशन है, उन लोगों ने हिरेन जोशी और बीजेपी के साथ मिलकर ‘मेरा भरोसा कैंपेन’, नरेन्द्र मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी के लिए उनका कैंपेन लॉंच किया है। आज वो Ankhi Das हमारे देश के अंदर फेसबुक और साथ साथ वॉट्सऐप के हैड बने हुए हैं।
हम भारतीय जनता पार्टी से ये पूछना चाहते हैं कि वो बताएं कि डॉ. रश्मि दास जो कि जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी के एबीवीपी की प्रेजिडेंट रही हैं, जिन्होंने जेएनयू के वॉयलेंस को अपने एक इंट्रव्यू में सही बताया, उनके Ankhi Das के साथ में उनके क्या संबंध हैं, किस तरह से वो उनके रिश्तेदार हैं? ये इस बात को जरा भारतीय जनता पार्टी बताए, क्योंकि उनके अपने एबीवीपी के अपने ऑफिस बेयरर हैं, जिनके अपने नजदीकी रिश्तेदार के Ankhi Das हैं, जिन्होंने फेसबुक को हैड करते हुए रोक दिया कि किसी भी तरह से इन 4 लोगों के ऊपर कार्यवाही, जिन्हे उनके अपने पोलिसिंग डिपार्टमेंट में पाया तो उन्होंने उस चीज को रोक दिया, तो हम जानना चाहते हैं कि क्या संबंध हैं इन लोगों के आपस में?
दूसरा साथ-साथ ये भी बताएं, इसके अंदर बड़ा साफ लिखा है कि बिजनेस इंट्रस्ट इसके अंदर उसका हार्म होगा, तो आज हम ये भी जानना चाहते हैं कि वो क्या बिजनेस इंट्रस्ट है, जो कि फेसबुक को, वॉट्सऐप को आगे देने के लिए यह एक तरीके से डिल (deal) हो रही है कि आप हमारे देश के अंदर हिंदुस्तान में माहौल खराब करें, घृणा का माहौल बनाएं, पोलोराइज करें, हमारे समाज को जाति और धर्म के आधार पर बाटें, जो बीजेपी-आरएसएस का ऐजेंडा है और उसके बदले में हम आपको हिंदुस्तान के अंदर जो इतनी बड़ी मार्केट हैं, उसका फायदा पहुंचाते हैं, तो हम जानना चाहते हैं कि वो बताएं Ankhi Das वो क्या बिजनेस इंट्रस्ट है, जिसको पूरा करने के लिए पूरी तरह से एक आजादी, एक तरीके से फेसबुक और वॉट्सऐप ने भारतीय जनता पार्टी और उनके नेताओं को दिया है कि वो पूरी तरीके से इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करें और हमारे समाज, देश में घृणा का माहौल और तेजी से फैलाएं?
साथ ही साथ आज कांग्रेस पार्टी ये मांग करती है, दो चीजें, बड़ी स्पष्ट हैं- इसी प्रकार से जब एलिगेशन फेसबुक के ऊपर ब्राजील के अंदर, यूनाईटेड स्टेट्स के अंदर इसी प्रकार जिस वक्त लगा था, जब वहाँ पर यूनाईटेड़ स्टेट्स के अंदर भी सीनेट के अंदर जो इनके फेसबुक के हैड हैं, इंटरनेशनल हैड, उनको बुलाकर, समन करके जो इनके फेसबुक के हैड हैं, इंटरनेशनल के हैड हैं, उनको बुलाकर समन करके उनसे पूछताछ की गई थी। ब्राजील में भी इसी तरह से पार्लियामेंट्री इंक्वायरी की गई, जब ब्राजील के अंदर इसी प्रकार से बात हुई।
आज कांग्रेस पार्टी ये मांग करती है कि इसके लिए जेपीसी को बैठाया जाना चाहिए और ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी इस बात को इन्वेस्टिगेट करे कि क्या फायदा फेसबुक और वॉट्सऐप को पहुंचाने के लिए ये कोशिश की जा रही है? साथ– साथ किस प्रकार से फेसबुक और वॉट्सऐप भारत के अंदर भाजपा को चुनाव के अंदर मदद करने के लिए और साथ ही साथ घृणा का एक माहौल पैदा करने के किया जा रहा है।