देखें VIDEO : भारत-चीन सीमा पर संकट की स्थिति है, तो केन्द्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकती : सोनिया गांधी
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने कहा- प्यारे भाइयों और बहनों, आज कांग्रेसजन और देश के नागरिक हमारे शहीदों को श्रद्धांजलि एवं सैनिकों के शौर्य को नमन करने के लिए पूरे देश में ‘शहीदों को सलाम दिवस’ मना रहे हैं। मैं खुद को उनके साथ जोड़ती हूं। गलवान घाटी, लद्दाख में चीनी घुसपैठ को रोकते हुए हमारे 20 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए। देश उनके बलिदान के लिए सदैव आभारी रहेगा। हमें हमारी सैनिकों और सेनाओं पर नाज है। देश सुरक्षित है, क्योंकि हमारी सेना प्राणों की बलि देकर भी देश की हिफाजत लगातार करती है। कांग्रेस पार्टी और हर देशवासी हमारी सेना और सैनिकों के प्रति आदरभाव व्यक्त करते हुए मजबूती के साथ खड़े रहने के संकल्प को फिर दोहराते हैं।आज जब भारत-चीन सीमा पर संकट की स्थिति है, तो केन्द्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकती। प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारी सीमा में कोई घुसपैठ नहीं हुई, पर दूसरी और रक्षा मंत्री तथा विदेश मंत्रालय बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों की मौजुदगी एवं अनेकों बार चीनी घुसपैठ की चर्चा करते हैं। हमारी फौज के जनरलों, रक्षा एक्सपर्ट एवं समाचार पत्र, सैटेलाइट तस्वीरें दिखाकर भी चीनी घुसपैठ की पुष्टि कर रहे हैं। आज जब हम शहीदों को नमन कर रहे हैं, तो देश जानना चाहता है कि अगर चीन ने लद्दाख में हमारी सरजमीं पर कब्जा नहीं किया, जैसा प्रधानमंत्री कहते हैं, तो फिर हमारे 20 सैनिकों की शहादत क्यों और कैसे हुई? चीन की सेनाओं द्वारा गुस्ताखी करके लद्दाख इलाके में कब्जा की गई हमारी सरजमीं को मोदी सरकार कब और कैसे वापस लेगी? क्या चीन द्वारा गलवान घाटी व पैंगोंग सो इलाके में नए निर्माण और नए बंकर बना हमारी भूभागीय अखंडता का उल्लंघन किया जा रहा है, क्या प्रधानमंत्री इस स्थिति पर देश को विश्वास में लेंगे?
आज पूरा देश सेना और सैनिकों के साथ अड़िग रुप से खड़ा है। सरकार को चाहिए कि भारतीय सेना को पूरा समर्थन, सहयोग और ताकत दे। यही सच्ची देशभक्ति है। जय हिंद !