देश और समाज के विकास के लिए सबका योगदान जरुरी
भोपाल. आदर्श योग आध्यात्मिक केन्द्र स्वर्ण जयंती पार्क कोलार रोड भोपाल द्वारा स्वामी विवेकानंद जयंती एवं राष्ट्रीय युवा दिवस सामूहिक योग अभ्यास एवं सूर्यनमस्कार करके नियमित योग करने के संकल्प के साथ मनाया गया | इस अवसर पर डॉ नरेन्द्र भार्गव, योग गुरु महेश अग्रवाल, बैजनाथ भगत, लक्ष्मण बारपेटे, संतोष जी सहित योग साधक उपस्थित रहें |
इस अवसर पर योग गुरु महेश अग्रवाल ने कहा की देश और समाज के विकास के लिए सबका योगदान जरूरी है | स्वस्थ और सुरक्षित देश के लिए योग अभ्यास नियमित करें एवं वसुधैव कुटुम्बकम के सह अस्तित्व के सिद्धांत का पालन करते हुए सबके प्रति आत्मवत व्यवहार करें |
स्वामी विवेकानंद ने लोगों को जीवन जीने की कला सिखाई। परोपकार, भाईचारा, प्रेम, आत्मसम्मान, शिक्षा के संबंध में उनके विचार अब भी प्रासंगिक हैं।
उन्होंने तत्कालीन समय में जो कहा वह वर्तमान में समाज पर लागू होता है। उन्होंने मानव समाज को वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया है। उन्हीं से प्रेरणा लेकर विभिन्न समाज के युवा अपने-अपने स्तर पर समाजसेवा करते हुए सनातन धर्म की अलख जगा रहे हैं। इनका कहना है कि देश व समाज के विकास के लिए हर व्यक्ति का योगदान जरूर है। इससे व्यक्ति का विकास तो होगा समाज और देश विकास की राह पर दौड़ेगा। 12 जनवरी को देश के महान दार्शनिक और विश्व में भारत के अध्यात्म का डंका बजाने वाले स्वामी विवेकानंद की जयंती है। यह दिन पूरे देश में युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उनके विचार और जीवन हमारे लिए प्रेरणादायी हैं। विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में 1893 में विश्व धर्म महासभा में देश के सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस थे। उनकी याद में उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। यह आज देशभर में काम कर रहा है। शिकागो धर्म संसद में जब स्वामी विवेकानंद ने ‘अमेरिका के भाइयों और बहनों’ कहकर भाषण शुरू किया तो दो मिनट तक सभागार में तालियां बजती रहीं। 11 सितंबर 1893 का यह दिन हमेशा-हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो गया। विवेकानंद ने 1 मई 1897 में कोलकाता में रामकृष्ण मिशन और 9 दिसंबर 1898 को गंगा नदी के किनारे बेलूर में रामकृष्ण मठ की स्थापना की। स्वामी विवेकानंद के जन्म दिन यानी 12 जनवरी को भारत में हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। यह शुरुआत 1985 से हुई।