देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 370 हुई, अब तक 7 की मौत
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus)की चपेट में आए कुल एक्टिव मामलों की संख्या अब बढ़कर 341 हो गई है. वहीं टोटल केसेज की संख्या 370 है. कोविड-19 से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. 22 मार्च, रविवार को इस वायरस के कारण मुंबई और पटना में एक-एक मरीज की मौत हो गई. वहीं वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 22 राज्यों के 89 जिलों में लॉकडाउन है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने विशेषाधिकारों का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में तत्काल प्रभाव से धारा 144 लागू कर दी है. यह कदम कोरोना जैसी महामारी को बे-दम करने के मद्देनजर उठाया गया है. ताकि धारा 144 लगी रहने तक दिल्ली के किसी भी इलाके में अनावश्यक भीड़ भाड़ न बढ़ सके.
उत्तर प्रदेश में तेजी से पांव पसार रहे कोरोना को काबू करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 15 जिलों में लॉकडाउन करने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री योगी ने जारी बयान में कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर लखनऊ समेत बनारस, गोरखपुर, कानपुर, मेरठ, बरेली, आगरा, प्रयागराज, गाजियाबाद, नोएडा, अलीगढ़, सहारनपुर, लखीमपुर, आजमगढ़ और मुरादाबाद जिले 25 मार्च, 2020 तक के लिए लॉकडाउन कर दिया है.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस के पहले मरीज की पुष्टि हुई है. यह लंदन में रहकर पढ़ाई कर रही है और पिछले दिनों ही भोपाल आई थी. वहीं भोपाल में 24 मार्च तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है. राज्य में अब तक कोरोना वायरस पीड़ित लोगों की संख्या 5 हो गई है.
वहीं आज 22 मार्च को प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू की सफलता पर ट्वीट करते हुए लिखा, आज का #JantaCurfew भले ही रात 9 बजे खत्म हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम सेलिब्रेशन शुरू कर दें. इसको सफलता न मानें. यह एक लंबी लड़ाई की शुरुआत है. आज देशवासियों ने बता दिया कि हम सक्षम हैं और निर्णय कर लें तो बड़ी से बड़ी चुनौती को एक होकर हरा सकते हैं.
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का जरूर पालन करें. जिन जिलों और राज्यों में लॉकडाउन की घोषणा हुई है, वहां घरों से बिल्कुल बाहर न निकलें. इसके अलावा बाकी हिस्सों में भी जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक घरों से बाहर न निकलें.
कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पूरे देश में 31 मार्च तक यात्री रेल सेवाएं पूरी तरह रद्द कर दी गई हैं. रेलवे के अनुसार, लंबी दूरी की सभी एक्सप्रेस और इंटरसिटी ट्रेन का परिचालन 31 मार्च की रात 12 बजे तक बंद रहेगा. रेलवे ने बताया, ‘रद्द ट्रेनों की सूची में कोलकाता मेट्रो, कोंकण रेलवे, उपनगरीय ट्रेनें भी शामिल हैं.’
रेलवे बोर्ड की बैठक में ये फैसला लिया गया कि जो ट्रेन 22 तारीख से 4 घंटे पहले चलनी शुरू हुई थीं, अपने गंतव्य स्थान तक का सफर पूरा करेंगी, उसके बाद उनकी 31 मार्च तक उनकी सेवा रोक दी जाएगी.