धान बेचने के लिए पैरा लाने की बाध्यता नहीं किसानों को जागरूक करेंगे कलेक्टर डॉ. अलंग

बिलासपुर. समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए किसानों को साथ में पैरा लेकर आना अनिवार्य नहीं है बल्कि किसानों को गौठानों में पैरा दान करने के लिये जागरूक किया जा रहा है।
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए कलेक्टर डॉ. संजय अलंग द्वारा मंगलवार को हुई समय सीमा की बैठक में अधिकारियों को कुछ दिशा निर्देश दिये गये हैं। इसके अनुसार अधिकारी व जन-प्रतिनिधि किसानों को पैरा दान करने के लिए जागरूक करेंगे। प्रशासन की मंशा है कि सामुदायिक सहयोग से गौठानों का संचालन किया जाये। अतएव, जो किसान धान बेच रहे हैं, उनसे पैरा दान करने की अपील की जायेगी। इससे गौठानों में चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी और गौ संवर्धन हो सकेगा।
धान बेचने के लिए पैरा लाने की बाध्यता नहीं किसानों को जागरूक करेंगे कलेक्टर डॉ. अलंग : समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए किसानों को साथ में पैरा लेकर आना अनिवार्य नहीं है बल्कि किसानों को गौठानों में पैरा दान करने के लिये जागरूक किया जा रहा है।समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए कलेक्टर डॉ. संजय अलंग द्वारा मंगलवार को हुई समय सीमा की बैठक में अधिकारियों को कुछ दिशा निर्देश दिये गये हैं। इसके अनुसार अधिकारी व जन-प्रतिनिधि किसानों को पैरा दान करने के लिए जागरूक करेंगे। प्रशासन की मंशा है कि सामुदायिक सहयोग से गौठानों का संचालन किया जाये। अतएव जो किसान धान बेच रहे हैं, उनसे पैरा दान करने की अपील की जायेगी। इससे गौठानों में चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी और गौ संवर्धन हो सकेगा।जिला प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि इस सम्बन्ध में प्रकाशित समाचार जिसमें धान के साथ-साथ पैरा अनिवार्य रूप से लेकर आने के लिए कहा गया है तथ्यात्मक नहीं है।
पैरा क्या होता है
धान मिसाई के बाद बचे पुआल को पैर कहते है .