निजी अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही, मस्से का इलाज करते निकाल ली मरीज की आँख

बिलासपुर. नाक में मसा होने से इलाज कराने अस्पताल पहुँचे मरीज का डॉक्टर ने एक के बाद एक 5 बार ऑपरेशन किया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। 6 वीं बार तो डॉक्टर ने हद ही कर दी नाक का इलाज करते-करते उसने मरीज की आंख ही निकाल दी। एनेस्थिसिया के कारण बेहोश मरीज जब होश में आया तो अपनी आंख में पट्टी देख उसने डॉक्टर से कारण पूछा तो डॉक्टर ने कहा उसकी एक आंख निकाली गई है। इतना सुनते ही मरीज के होश उड़ गए।

इसी बीच इलाज नहीं कर पाने पर डॉक्टर ने मरीज को एम्स में भर्ती कराकर वहां से चलते बना। जिसके बाद मरीज ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, आईजी और मुख्य चिक्तिसा व स्वास्थ्य अधिकारी से इस मामले की शिकायत की है। पौंसरा निवासी कान्हा सूर्यवंशी पिता पुन्नीलाल सूर्यवंशी के नाक में मसा था। उसमें से खून निकलने की समस्या पर जांच के लिए सिम्स पहुुँचा, जहां उसे डॉक्टर ने सीटी स्कैन कराने की सलाह दी। जांच कराने के बाद निजी अस्पताल में इलाज कराने का मन बनाते हुए कान्हा ने 26 फरवरी को इमलीपारा रोड स्थित वेगस हॉस्पटल पहुुँचा, जहां डॉ.अंकित ठकराल ईएनटी सर्जन ने नाक में मसा होने की बात करते हुए उसका ऑपेरशन किया। डिस्चार्ज होने के सप्ताहभर बाद स्थि्ति पहले जैसी होने पर फिर अस्पताल पहुुँचा।

डॉ. अंकित ने दोबारा मरीज के नाक का आपरेशन कर दिया। अस्पताल से छुट्टी होने के 1०-12 दिन बाद दोबारा समस्या हुई तो मरीज फिर अस्पातल पहुुँचा। इस पर डॉ.ठकराल ने फिर ऑपरेशन कर दिया। इस तरह मरीज कान्हा का एक के बाद एक 5 बार ऑपरेशन किया गया, लेकिन समस्या जस की तस रही। 6 वीं बार ऑपरेशन करते हुए डॉक्टर ने हद ही कर दी। इस बरी डॉ. ठकराल ने मरीज की बाईं आंख ही निकाल दी। फिर भी समस्या दूर नहीं हुई, तो मरीज को रेफर कर एम्स में भर्ती करा दिया। डॉक्टर की लापरवाही से अपने एक आंख को खो देने के बाद मरीज कान्हा ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री सहित सीएमएचओ बिलासपुर से करते हुए न्याय दिलाने की मांग की है।

शिकायत मिली है इस पर जांच कराई जाएगी। इसके आधार पर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई किया जाएगा।
-डॉ. प्रमोद महाजन, सीएमएचओ

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!