नेशनल कॉन्फ्रेंस : फिजियोथेरेपी से मरीजों को मिलती है राहत

बिलासपुर. अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर के द्वारा होटल आनंदा में नेशनल कॉन्फ्रेंस को आयोजन किया गया है। जहां चीफगेस्ट डाॅ. केके जायसवाल नोडल ऑफिसर आई एम ए प्रेजिडेंट बिलासपुर, गेस्ट ऑफ आनर डाॅ. प्रशांत चक्रवर्ती पी टी आई ए पी छत्तीसगढ, प्रेजिडेंट स्पेशल गेस्ट प्रमोद महाजन सीएचएचओ बिलासपुर। जहाॅ पर नेशनल स्पीकर्स ने अपना अनुभव छत्तीसगढ़ तथा अन्य राज्यों के फिजियोथेरेपिस्ट के साथ बांटा, जिसमें अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर के सिनियर कन्सलटेंट फिजियाथेरेपिस्ट डिपार्टमेंट के एच ओ डी डाॅ. विक्रम साहु तथा अन्य स्पीकर्स ने भागदारी ली और चिकित्सा क्षेत्र को नई चिकित्सा तकनीक तथा फिजियाथेरेपिस्ट के महत्व से अवगत कराया। यह छत्तीसगढ का पहला नेशनल काॅन्फ्रेन्स है जो बहुत ही सराहनीय है और छत्तीसगढ के फिजियोथेरेपिस्ट के लिए उपलब्ध है ।

डाॅ. सजल सेन, सी ओ ओ अपोलो हाॅसिपटल बिलासपुर ने कहा कि इस तरह के आयोजन मरीजों क हित में होते हैं तथा इनकी निरंतरता बनी रहनी चाहिये ताकि संबंधित लोगों तक नवीनतम जानकारी पहुंचती रहे। डाॅ. मनोज राय ;एम डी इंटरनल मेडिसीन केयर और इंटरनल केयर युनिट, सिनियर कन्सलटेंट अपोलों हाॅस्पिटल बिलासपुर इन्होंने फिजियोथेरेपिस्ट को आई सी यू में क्या अहम भूमिका है। डाॅ. राजीव अ्रगवाल सर (पीटी) एम पी टी न्यूरो पी एच डी इंचार्ज फिजियोथेरेपी यूनिट एन एस सी एम्स दिल्ली इन्होंने वंटीलेशान को आपरेट करने में तथा वेंटीलेटर के बाहर पेसेंट को आने में अहम भूमिका को बताया, डाॅ. गौरीशंकर असाटी एम एस आर्थो सिनियर कन्सलटेंट ज्वाईट रिप्लेस सर्जन अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर जिन्होंने ज्वाइंट रिप्लेस कराने के बाद सही फिजियोथेरेपी एव फिजियोथेरेपी रिहेबिलिटेशन कितना जरूरी है, तथा ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सफल होता हैं और मरीज अपने नार्मल दिनचर्या को शुरू कर पाता है। डॉ. विक्रम कुमार साहू (पी टी) एम पी टी आर्थो हेतु फिजियोथेरेपी एवं रिहेबिलिटेशन अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर, जिन्होंने ज्वाइंट रिप्लेसमेंट में नया फिजियोथेरेपी तथा रिहेब्लिटेशन कराना चाहिये की राईटलाईन के बारे में बताया जिससे ज्वाइंट रिप्लसमेंट हो सके तथा रिप्लेसमेंट के बाद आने वाली समस्याओं से कैसे बचा जा सकता है तथा किन बातों का ध्यान रखना चाहिये बताया। ज्वाइंट रिप्लसमेंट बिना फिजियों के सफल नही होती और सर्जरी और रिहेबिलिटेषन को एक दूसरे के बिना अधूरा माना जाता है। डाॅ. अनिल गुप्ता एम फिजिकल मेडिसिन एण्ड रिहेबिलिटेशन और के जी एम सी लखनउ इन्होंने क्लीनिशियन और फिजियोथेरेपिस्ट दोनो को को ही किसी भी मरीज के रिहिबिलिटेशन में में क्लिीनिशयन और फिजियोथेरेपिस्ट दोनों का आपसी सामजस्य होना कितना जरूरी है इसके बारे में बताया। डॉ. आरएल भांजा एम डी जनरल मेडिसीन काॅर्डियोंलाॅजिस्ट सीनियर कंसल्टेंट इंटरनेशनल काॅर्डियोंलाॅजिस्ट जिन्होंने बताया पी टी सी ए और सी ए बी जी कब कराना चाहिए और कराने के बाद अपनी दिनचर्या में सुधार लाने तथा बाद की किसी भी काम्पिलीकेशन शुरू से ही फिजियोथेरेपी के मार्गदर्शन एक्सरसाईज करने कैसे बचाया जा सकता है। डाॅ. अजय फौजदार एम पी टी न्यूरो एसोसिएट प्रोफेसर एन एस सी बी मेडिकल काॅलेज जबलपुर, इन्होंने आईसीयू में फिजियोथेरेपी तथा चेस्ट फिजियोथेरेपी के बारे में बताया डाॅ सुनील शर्मा एम एस जनरल सर्जन एमसीएच न्यूरोसर्जन सीनियर कंसल्टेंट अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर, इन्होंने न्यूरो मरीज में फिजियोथेरेपी का क्या महत्व है तथा न्यूरों मरीज को सही न्यूरो रिहेबिलिटेशन के द्वारा रिफर से अपनी सामान्य दिनचर्या को शुरू करने में कैसे मदद मिलती है बताया तथा अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर में फिजियोथेरेपी न्यूरो रिहेबिलिटेशन टीम द्वारा ठीक किये गये मरीज द्वारा अपने अनुभव को बांटने को मौका दिया। डाॅ. प्रफुल्ल बानी (पी टी) एम पी टी न्यूरो असिटेंट प्रोफेसर गवरमेंट फिजियोथेरेपिस्ट काॅलेज रायपुर इन्होंने लकवा स्ट््रोक के बारे में बताया। फिजियोथेरेपी में ईलाज क्या है को विस्तार में बताया। डाॅ. सीमा ग्रोवर (पी. टी.) चीफ फिजियोथेरेपी एण्ड रिहेबिलिटेशन इन्द्रप्रस्या अपोलो हाॅस्पिटल ब्रांच न्यू दिल्ली इन्होंने बताया कि कैंसर के ईलाज से मांसपेशियों में आने वाले कमजोरी तथा (मेस्टिकटामी) के बाद होने वाले (लिम्फेडिनोपैथीद्) में फिजियोथेरेपी का क्या महत्व हैं। डाॅ. सुनील शर्मा एम. एस. जनरल सर्जन एम. पी. एच, डाॅ. ए. भट्टाचार्य डी. टी. सी. डी. एण्ड डी.एच.एम. सिनियर कंसलटेंट एंड हेड इमरजेंयी अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर फिजियोथेरेपी ओ. पी.डी. में कभी किसी मरीज के साथ आपातकाल स्थिति आ जाने पर मरीज को बी.एल.एस. चर जानकारी दी। कार्यक्रम में फिजियोथेरेपी विभाग अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर के समस्त कर्मचारियों का सहयोग रहा।