पहाड़ धंसकने की सूचना देने वाले 5 कर्मियों को किया गया सम्मानित

बिलासपुर. भारतीय रेलवे द्वारा गाडियों की संरक्षा एवं यात्री सुरक्षा को हमेशा से ही सर्वोपरी मानकर लगातार इस दिशा में हमेशा विशेष ध्यान दिया जाता रहा है । साथ ही साथ समय पर ट्रेन चलाने को प्राथमिकता देते हुए भी बोर्ड द्वरा लगातार मोनिटर की जाती है | रेलवे बोर्ड स्तर पर सभी जोनों के महाप्रबंधको एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तथा जोन स्तर पर महाप्रबंधको एवं संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा मंडल रेल प्रबंधको एवं अधिकारियों के साथ संरक्षा से लगातार इससे संबंधित विषयों पर समीक्षा बैठक का आयोजन करते हए जनता से सीधे तौर पर जुड़े इन मुद्दों पर चर्चा की जाती है |
इसी कड़ी में आज दिनांक 30 सितम्बर 2019 को श्री गौतम बनर्जी, महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा जोन मुख्यालय में सभी विभाग प्रमुखों तथा विडियों कान्फ्रिंसिंग के माध्यम से बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधको के साथ संरक्षा के मुद्दो एवं संरक्षा से संबंधित कार्यो की समीक्षा हेतु बैठक आयोजित की गई, जिससे कि संरक्षा की दृष्टि से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का स्थान संपूर्णतः मजबूत हो तथा गाड़ियों का परिचालन भी निर्बाध रुप से परिचालित होती रहे।
महाप्रबंधक ने बैठक में यात्री सुरक्षा एवं सुरक्षित रेल परिचालन को गंभीरता से लेने हेतु अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए । संरक्षा बैठक में सर्वप्रथम विडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से तीनो मंडलो के अंतर्गत संरक्षा व संरक्षा से संबंधित कार्यो की जानकारी ली गई । इसके पश्चात् दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में संरक्षा के सभी मापदंडों को पूरा करते हुए संरक्षित एवं सुरक्षित रुप से गाड़ियों के निर्बाध परिचालन के मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा की गई । गाड़ियों के परिचालन के साथ ही साथ रेल लाइनों, ओएचई तथा अन्य मरम्मत एवं रखरखाव कार्य हेतु लिये जाने वाले ब्लाक के दौरान समय का भरपूर उपयोग करने एवं ज्यादा से ज्यादा आउटपुट प्राप्त करने हेतु भी महाप्रबंधक महोदय के द्वारा दिशा निर्देश दिये गए । रेल परिचालन के लिए जितने भी प्रकार के तकनीकि कार्य करने है वे नियमपूर्वक ही किये जाने, रेल परिचालन में मुख्य भूमिका निभाने वाले एवं रेल संरक्षा में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले क्रू को ड्यूटी के दौरान उपलब्ध कराये जानेवाली जरुरी सुविधाओं पर भी बैठक में चर्चा की गयी |
इसके अलावे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कार्य क्षेत्र में ट्रेनों का परिचालन घोषित समय सारिणी के चलाये जाने से सम्बंधित सभी मुद्दों पर चर्चा की गयी | एवं ब्लोक के समय भी कम से कम गाड़ियों के परिचालन प्रभावित किये जाने के निर्देश दिए |
इस बैठक में विगत दिनों भंवार्तांक भनवरटंक एवं खोडरी- खोंगसरा खंड पर स्थित पहाड़ियों पर हुए भूस्खलन के कारण बोल्डर एवं पहाडी का मालवा ट्रैक पर आ गिरने के कारण परिचालन बाधित होने से सम्बंधित सभी मुद्दों पर गहन चर्चा की गयी | इस बैठक में उक्त घटना के सुचना देने तथा समय पर आवश्यक कार्यवाही कर रेलवे की क्षति से बचने के लिए सम्बंधित पाँचों “द” श्रेणी के कर्मचारियों को महाप्रबंधक के द्वारा पुरस्कृत भी किया गया । उपरोक्त पांचो कर्मचारियों के विवरण इस प्रकार है –
(1) शैलेन्द्र सिंह गौड़, ट्रैक मेंटेनर, खोड्री, ग्रुप डी कर्मचारी, के द्वारा दिनांक 27.09.2019 को खोडरी-भनवरटंक रेल लाइन में किलोमीटर 799/04-06 पर बोल्डर एवं पहाडी मलवा ट्रैक पर गिरा था इनके साथ कार्यरत मानसून पेट्रोमेन श्री भुवनेश्वर सिंह राठौर दोनों मिलकर कुछ ही समय में गुजरने वाली ट्रेन को प्रोटेक्सन करके नियमानुसार रोक दिया, जिससे एक दुर्घटना बचाया जा सका |
(2) रमेश कुमार, ट्रैक मेंटेनर III, , ग्रुप D कर्मचारी, भनवारटंक के द्वारा दिनांक 27.09.2019 को खोडरी-भंवारटंक अप लाइन में किलोमीटर 800/23-25 पर बोल्डर एवं पहाडी मलवा एवं बोल्डर ट्रैक पर गिरा देखा था | इनके साथ कार्यरत मानसून पेट्रोलमेन श्री अवधेश कुमार थे , दोनों मिलकर कुछ ही समय में गुजरने वाली ट्रेन को प्रोटेक्सन करके नियमानुसार रोक दिया , जिससे एक दुर्घटना बचाया जा सका |
(3) कामेश्वर कुमार, ट्रैक मेंटेनर IV, , ग्रुप D कर्मचारी, द्वारा भनवारटंक के द्वारा दिनांक 27.09.2019 को खोडरी-भंवारटंक अप लाइन में किलोमीटर 798 / 13-15 पर बोल्डर एवं पहाडी मलवा एवं बोल्डर ट्रैक पर गिरा देखा था | इनके साथ कार्यरत मानसून पेट्रोलमेन श्री कमलेश्वर केसाथ मिल कर कुछ ही समय में गुजरने वाली ट्रेन को प्रोटेक्सन करके नियमानुसार रोक दिया , जिससे एक दुर्घटना बचाया जा सका |
(4) भुवनेश्वर सिंह एवं अवधेश कुमार दोनों ट्रैक मेंटेनर IV, , ग्रुप D कर्मचारी, द्वारा भनवारटंक के द्वारा दिनांक 27.09.2019 को देररात खोडरी-भंवारटंक अप लाइन में किलोमीटर 799 / 09-11 पर बोल्डर एवं पहाडी मलवा एवं बोल्डर ट्रैक पर गिरा देखा था नियमानुसार प्रोटेक्सन करके रोक दिया , जिससे एक दुर्घटना बचाया जा सका ।