पितृ मोक्ष अमावस्या के पवित्र अवसर पर प्रो. खेडा को दी गयी श्रद्धांजली, देखें VIDEO

बिलासपुर. प्रसिद्ध गांधीवादी एवं बैगा वनवासियों के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले प्रोफेसर प्रभुदयाल खेड़ाजी इनकी आत्मा की शांति हेतु शांति भोज का आयोजन शनिवार को प्रातः 12 से 5 बजे तक ग्राम लमनी, अचानकमार में किया गया। इस पवित्र अवसर पर उनका दशगात्र तेरही और बरसी का कार्यक्रम भी विधि विधान से पूजा-पाठ कर सम्पन्न किया गया। मुखाग्नि देने वाले सुनील जायसवाल, प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव, छ.ग. शासन के सचिव आर.पी.मण्डल, प्रवक्ता अभय नारायण राय, महेश दुबे, पूर्व सांसद लखन साहू मुंगेली से दुर्गा बघेल, परिवार से उनके भांजे चावला, संदीप चिपडे, पत्रकार जगत से हर्ष पाण्डेय, यशवंत गोहिल, प्रतीक वाशनिक, प्रशांत सिंह की उपस्थिति में सभी लोगो ने प्रार्थना की। इस अवसर पर उनको जानने वाले, उनको मानने वाले बडी संख्या में उपस्थित थे।

उक्त जानकारी देते हुये अभय नारायण राय ने बताया कि सर्वप्रथम पूजा-पाठ के बाद उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजली प्रदान की गयी फिर छपरवा स्कूल, लमनी स्कूल तथा प्रोफेसर खेडा से शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को उनकी आवश्यकता की चीजे काॅपी, किताब, जूते, मोजे, कपडे व टिफिन बाक्स माननीय मण्डल साहेब अटल श्रीवास्तव एवं हर्ष पाण्डये के हाथों वितरित किये गयें। स्कूल के सभी शिक्षक भी इस अवसर पर बच्चों के लिए उपहार लेकर उपस्थित हुये थे। हमेशा खादी धारण करने वाले खेडा साहेब की स्मृति में खादी के कपडे भी वितरित किये गये।
श्रद्धांजली सभा को माननीय आर.पी.मण्डल, अटल श्रीवास्तव ने संबोधित किया।

संचालन संदीप चिपडे ने किया इस अवसर पर देवेन्द्र सिह बाटू, एस.आर.टाटा, अरविन्द शुक्ला, रमेश साहू, धर्मू साहू, संदीप वत्स, मथुरा साहू, चंद्र प्रदीप वाजपेयी, पंच राम सूर्यवंशी सारथी, अजीत शुक्ला सहित मुंगेली, लोरमी, गौरेला, पेण्ड्रा, कोटा, बिलासपुर से सैकडों लोग अकेले एवं परिवार सहित उपस्थित थे। भोज प्रांरभ हुआ जिसमें आर.पी.मण्डल, अटल श्रीवास्तव, महेश दुबे आदि ने स्वंय बैठाकर परोसकर भोजन कराया । लमनी छपरवा सहित आसपास के हजारों पुरुष- महिलाए एवं बच्चों ने प्रसाद ग्रहण कियां। सबके चेहरे उदास थे, आंखे नम थी और एक ही प्रश्न था कि दिल्ली वाले साहेब चले गये अब कौन हमारी शिक्षा स्वास्थ्य और बच्चों का ख्याल करेगा। अटल श्रीवास्तव ने उनको जानने मानने और वहां पहुुंच कर श्रद्धांजली देने वालों का आभार प्रकट किया कि मानव से महामानव की यात्रा प्रो खेडा ने की । उनकी स्मृतियों को सहेज कर रखने का कार्य विधायक निधि एवं सांसद निधि से प्रदत्त राशि से किया जायेगा। जल्द ही उनकी मूर्ति कुटिया के समीप स्थापित की जायेगी। कुटिया जैसी है वैसी ही उसे सहेज कर ओैर उनके द्वारा उपयोग किये गये सारे सामानेां को वहां रखी गयी किताबों को उसी तरह उसी अवस्था में सहेज कर रखने का प्रयास किया जायेगा।

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