पुण्‍यतिथि विशेष: फिल्‍म निर्देशक प्रकाश मेहरा के साथ Amitabh Bachchan का था ये खास कनेक्‍शन


नई दिल्‍ली. आज बॉलीवुड के मशहूर फिल्‍म निर्देशक प्रकाश मेहरा (Prakash Mehra)की पुण्‍यतिथि है. वो एक ऐसे निर्देशक हैं जिन्‍होंने इंडस्ट्री को न केवल कई सुपरहिट फिल्‍में दीं, बल्कि अमिताभ बच्‍चन के रूप में महानायक भी दिया. ऐसा इसलिए क्‍योंकि जब एक के बाद एक अभिनेता अमिताभ बच्‍चन की फिल्‍में फ्लॉप होती जा रही थीं और वो मुंबई छोड़ने का मन बनाने लगे थे, तब उनकी जिंदगी में प्रकाश मेहरा एक उम्मीद बनकर आए थे. प्राण के कहने पर उन्होंने अमिताभ बच्चन को ‘जंजीर’ फिल्म दी और उसके बाद सब जानते हैं यह फिल्म एक इतिहास बना गई.

यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर बिग बी को ‘जंजीर’ न मिली होतो तो उनका कैरियर आज कुछ अलग तरह का होता! इस फिल्म के बाद अमिताभ बच्चन रातों रात स्टार बन गए थे. इस फिल्म से ही उनकी एंग्री यंग मैन की छवि बनी. एक बार महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा था कि प्रकाश मेहरा बॉक्सिंग चैंपियन मुहम्‍मद अली और उन्‍हें लेकर एक फिल्‍म बनाना चाहते थे लेकिन यह सपना अधूरा ही रह गया.

यूपी के बिजनौर के रहने वाले थे 
मशहूर निर्माता निर्देशक प्रकाश मेहरा उत्‍तर प्रदेश के बिजनौर जिले के रहने वाले थे, लेकिन उनका बचपन पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में बीता. जहां वो अपनी चाची के साथ रहते थे. काम की बात करें तो प्रकाश मेहरा ने 21 साल की उम्र में 1950 के दशक में प्रोडक्शन कंट्रोलर के तौर पर अपने काम की शुरुआत की थी. उन्होंने ‘उजाला’ (1959) और ‘प्रोफेसर’ (1962) आदि में प्रोडक्शन कंट्रोलर के तौर पर कार्य किया था.

करियर के 18 साल बाद किया था पहली फिल्‍म का निर्देशन 
साल 1968 में जाकर उनकी मेहनत रंग लाई और ‘हसीना मान जाएगी’ से बतौर निर्देशक उनके कैरियर की शुरुआत हुई. इसी साल उन्होंने शशि कपूर की फिल्म ‘हसीना मान जाएगी’ का निर्देशन किया, जिसमें शशि कपूर ने दोहरी भूमिका निभाई थी. इसके बाद 1971 में उन्होंने ‘मेला’ का निर्देशन किया जिसमें फिरोज और संजय ख़ान ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इसके एक साल बाद आई फिल्म ‘समाधि’ भी सफल रही. प्रकाश मेहरा की फिल्मों में एक गजब की रवानी दिखती है जो देखने वाले को बरबस अपनी और खींच कर रखती है. इसके अलावा  संगीत भी उनके फिल्मों की एक बड़ी ताकत रही है.

उन्‍होंने बॉलीवुड को तमाम सुपरहिट फिल्में दीं, जिसमें हसीना मान जाएगी, हाथ की सफाई, समाधि, जंजीर, मुकद्दर का सिकंदर, घुंघरू, दलाल, शराबी, खून पसीना, जादूगर, हिमालय से ऊंचा और हेरा फेरी आदि फिल्में शामिल हैं. इनमें से कई में अमिताभ बच्‍चन ने काम किया और आज भी ये फिल्‍में बहुत याद की जाती हैं. प्रकाश मेहरा ने 1996 में मशहूर अभिनेता राजकुमार के बेटे पुरू राजकुमार को लेकर ‘बाल ब्रह्मचारी’ फ़िल्म बनाई, लेकिन उनकी यह फिल्म नाकाम रही. बतौर निर्देशक यह उनकी आखिरी फिल्म थी.

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