पुरुषों के ल‍िए वरदान हैं ये 5 आसन, शादीशुदा ज‍िंदगी में भर देंगे खुशियां

पुरुषों के लिए योग के कुछ ऐसे आसन हैं ज‍िनके अभ्यास से शादीशुदा जीवन की खुश‍ियों और उत्साह को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही शारीर‍िक और मानस‍िक आत्मविश्वास की कमी भी दूर होगी।

आजकल लाइफस्टाइल में बदलाव और जिंदगी की भागदौड़ में पार‍िवार‍िक सुख जैसे कहीं खो सा गया है। बेतरतीब खानपान और सोने-जागने के अलावा तनाव का सीधा असर लोगों की शादीशुदा ज‍िंदगी में देखा गया है। कई बार शारीरिक कमजोरी के कारण पति-पत्नी के रिश्तों में खटास आ जाती है।

इसके ल‍िए कुछ लोग नीम-हकीमों से लेकर देशी-व‍िदेशी दवाओं का सहारा लेने लगते हैं। लेक‍िन इन सबके बीच योग के कुछ ऐसे भी आसन हैं जो पुरुषों के तन और मन, दोनों को मजबूत बनाकर कामेच्छा और खोई मर्दानगी को भी वापस पाने में मदद कर वैवाहिक जीवन में खुशियां भर सकते हैं। सबसे अहम बात ये है क‍ि इनके कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं। तो जानिए पुरुषों के लिए कुछ खास योग आसनों के बारे में-

​भद्रासन

भद्रासन का नियमित अभ्यास प्रेम के खास पलों के दौरान धैर्य और एकाग्रता को बढ़ाता है। सेक्स के दौरान चरमसुख के अहसास को पाने में इसके असर द‍िखते हैं। इस आसन का अभ्यास शीघ्रपतन की समस्या को दूर करता है।
​गोमुखासन

इस आसन के नियमित अभ्यास से अंडकोष वृद्धि (Testicle growth) एवं आंत्रवृद्धि (Appendicitis) समस्याओं में विशेष फायदा मिलता है। ये आसन धातु रोग (Metallic disease), बहुमूत्र (Multimodal) में भी फायदेमंद है। यह लिवर, क‍िडनी और सीने को मजबूत बनाता है। गठिया को भी दूर करता है।
​पद्‍मासन

पद्मासन करने से यौन समस्या दूर होती है। साथ ही यौन शक्ति में बढ़ोतरी होती है। इससे मांसपेशियां, पेट, मूत्राशय और घुटनों में खिंचाव उत्पन्न होता है, जिससे शरीर के इन अंगों में मजबूती आती है। इसके नियमित अभ्यास से शरीर में उत्तेजना का संचार होता है, चरमसुख (ऑर्गेज्म) के आनंद को पाने में भी यह सहायक है।
​सर्वांगासन

इसके नियमित अभ्यास से थॉयराइड ग्रंथियां सक्रिय और स्वस्थ होती हैं। यह आसन एड्रिनल, शुक्र ग्रंथि और डिम्ब ग्रंथियों को मजबूत बनाता है। इसलिए इसे फर्टिलिटी बढ़ाने वाला योग माना जाता है। यह नपुंसकता, निराशा, सेक्स पावर और यौन अंगों के कई दोषों को दूर करता है। साथ ही मोटापा, कमजोरी, लंबाई न बढ़ना और थकान जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
​विपरीतकर्णी मुद्रा

कमर और पेल्विक (श्रोणि) हिस्‍से की मांसपेशियों को ताकत देने के लिए ये आसन कर सकते हैं। इससे पुरुषों की यौन ग्रंथियों की नसें और ग्र‍ंथियां उत्तेजना बढ़ाती हैं, जिससे प्रोस्‍टेट (पौरुष ग्रंथि ) के स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार आता है।

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