प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना में अपात्र किसान के पंजीयन पर रोक लगाने के लिए तहसीलदार को शिवसैनिकों ने सौंपा ज्ञापन
जांजगीर-चापा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में अपात्र किसानों को पात्र बताकर योजना का लाभ दिया जा रहा है। जिसके लिए बकायदा गांव में दलाल सक्रिय हैं। शिवसेना जिलाध्यक्ष ओंकार सिंह गहलौत के निर्देशानुसार जनपद पंचायत बम्हनीडिह अंतर्गत प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में अपात्र किसानों को पात्र बताकर योजना का लाभ दिया जा रहा है। शिवसेना के पदाधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार किसानों की आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की है, जो कि प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जिसमें सीमांत किसान को प्रति वर्ष 10 हजार रुपए दिया जाना है। जो कि 5 किस्तों में किसानों के खाते में सीधे आएंगे। इस योजना का लाभ लेने के लिए लोक सेवा केंद्र को पंजीयन करने का अधिकार दिया गया है। लोक सेवा केंद्र से पंजीयन करवा कर कोई भी पात्र किसान पीएम किसान सम्मान निधि की राशि सीधे खाते से प्राप्त कर सकता है। केन्द्र सरकार ने इस योजना में ज्यादा से ज्यादा किसानों को लाभ देने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का सर्व सुलभ बनाने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री सम्मान निधि नाम से ऐप बनाकर वेबसाइट पर अपलोड किया है। जिससे इस योजना का लाभ गांव के अंतिम किसान तक पहुंच सके।
किसानों के लिए बनाए गए इस ऐप का ज्यादा फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं। बिचौलिए के द्वारा अपात्र लोगों को भी पात्र बताकर इस योजना में प्रधानमंत्री सम्मान निधि की राशि दिला रहे हैं। इसके एवज में बिचौलिओं को इस किस्त की राशि से 3 से 4 हजार प्रति व्यक्ति से लिया जा रहा है। इस योजना का फायदा पात्र से ज्यादा अपात्र लोग उठा रहे हैं। जिसकी वजह से पात्र किसान योजनाओं के लाभ पाने से वंचित हैं। जिसकी जांच करने व अपात्र लोगों पर कार्रवाई करने शिवसैनिकों ने तहसीलदार-चांपा को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें मुख्य रूप से चंद्रशेखर बरेठ जिला उपाध्यक्ष, संदीप यादव नगर अध्यक्ष चांपा, रमेश साहू, निकेश बरेठ, प्रकाश राज, शदाव अहमद, शुभम सोनी, मयंक श्रीवास, करण संगत, रितिक सिंह, अनिल यादव सहित अन्य शिसैनिक उपस्थित थे।
शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा शिकायत प्राप्त हुआ है, जिसकी जांच के बाद दोषियों पर उचित कार्रवाई किया जाएगा।
केके लहरे, तहसीलदार, चांपा