प्रोफेसर खेडा का अस्थि संचय कर अस्थि विसर्जन माँ नर्मदा अमरकंटक में किया गया

बिलासपुर. प्रोफेसर प्रभुदत्त खेडा के निधन के तीसरे दिन अस्थि संचय एवं अस्थि विसर्जन की विधि संपन्न हुई । मुखाग्नि देने वाले सुनील जायसवाल के साथ बिलासपुर से अटल श्रीवास्तव, महेश दुबे, अभय नारायण राय, लमनी पहुंच कर अंतेष्टि स्थल से विधि विधान से अस्थि का संचय किया और अस्थि को अमरकंटक पहुच कर माॅ नर्मदा में विसर्जित किया। अंतेष्टि से राख को लमनी और केंवची के आस पास नदी नालो में विसर्जित किया गया। बिलासपुर से अरविंद शुक्ला, प्रशांत सिंह, एस.आर.टाटा, अशुतोश शर्मा, सहित गौरला-पेण्ड्रा के बहुत से कांग्रेस कार्यकर्ता एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे। उनके कर्मक्षेत्र को देखते हुए अस्थि विसर्जन माॅ नर्मदा कुण्ड में किया गया। प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने कहा पितृ मोक्ष अमवस्या 28 सितम्बर को ग्राम लमनी में बाकी सभी विधि विधान से क्रिया कर्म एवं शांति भोज का आयोजन होगा। प्रोफेसर खेडा का बच्चो और कन्याओं से लगाव को देखते हुए विशेष कन्या भोजन का भी आयोजन किया जायेगा।