फोरेंसिक डॉक्टर की दबंगई : मीडियाकर्मियों से की हाथापाई पत्रकारों में आक्रोश

बिलासपुर.सिम्स और विवादों का गहरा नाता है । यह अस्पताल अपने इलाज के लिए कम और यहां के चिकित्सकों की करतूत के लिए अधिक सुर्खियों में रहता है। एक बार फिर यहां के एक सीनियर डॉक्टर की करतूत ने सिम्स की गरिमा को तार-तार किया है ।बुधवार को सिम्स के सीनियर डॉक्टर्स में से एक डॉक्टर उल्लास उन्नाडे खुले में पोस्टमार्टम कर रहे थे।  सिम्स में बाकायदा पोस्टमार्टम के लिए कक्ष है और यहां हर दिन हजारों लोग आना-जाना करते हैं । ऐसे में खुले में पोस्टमार्टम करना न सिर्फ नियम विरुद्ध है बल्कि यह कृत्य अमानवीय भी है । इसकी सूचना पाकर जब मीडिया कर्मी यहां कवरेज के लिए पहुंचे तो अपनी गलती पर पर्दा डालने डॉक्टर उल्लास उन्नाडे मीडिया कर्मी से उलझ गए। कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मियों से डॉक्टर उल्लास उन्नाडे ने न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि उनके साथ हाथापाई भी की ।

यहां बिलासपुर प्रेस क्लब के सहसचिव उमेश मौर्य और एक निजी चैनल के मीडिया कर्मी पिंटू राव के अलावा हरिभूमि के मीडिया जर्नलिस्ट बंटी परिहार के साथ भी डॉक्टर ने बदसलूकी की है।इस नजारे को देखने यहां लोगों की भीड़ जुट गई,  जिसके बाद मामला गरमा गया । सूचना पाकर बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी भी यहां पहुंचे , जिन्होंने इस कृत्य की पर घोर आपत्ति जताते हुए डॉक्टर उल्लास उन्नाडे से अविलंब माफी मांगने और सिम्स प्रबंधन से उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग की है । सिम्स एक सरकारी अस्पताल है और यहां भर्राशाही जारी है । लोगों की समस्याओं को मीडिया समय-समय पर उजागर करता है ताकि व्यवस्थाएं बहाल हो सके ।शायद लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का यही दखल सिम्स प्रबंधन को नागवार है। तभी तो उनके द्वारा अक्सर मीडिया कवरेज से रोका जाता है।  बुधवार की कार्यवाही भी इससे अलग नहीं है,  जिस पर बिलासपुर प्रेस क्लब ने सख्त आपत्ति जताते हुए अपना विरोध दर्ज कराया है।

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