November 12, 2020
बदली पानी के मौसम ने बढ़ाई किसानों की चिंता

बिलासपुर. बिलासपुर और उसके आसपास कल आधी रात के बाद से जिस तरह बदली और पानी का मौसम बन रहा है उसने धान उत्पादक किसानों को गहर चिंता में डाल दिया है। किसानों को आशंका है कि यदि धान की लुआई और मिसाई के इस दौर में यदि जरा सी भी बारिश हुई तो धान की पकी हुई फसल बर्बाद हो सकती है। इस समय जिले के सभी गांव में लुआई (धान की कटाई) शुरू हो चुकी है। ऐसे में इस समय बारिश होने से किसानों की पूरी फसल खेतों में ही फंस कर रह जाएगी।किसान बदली के डर से किसी तरह धान की फसल की कटाई और मिसाई करने की हड़बड़ी में है। ऐसे में कल रात से पूरे क्षेत्र में जिस तरह घनी बदली छाई है उससे बारिश की आशंका होने लगी है।
धान खरीदी की तारीख दूर
इस समय अधिकांश गांवों में धान की फसल पक कर तैयार हो गई है और किसान उसकी कटाई तथा मिंजाई में जुट गया है। उसके सामने समस्या यह भी है कि अभी धान खरीदी की तारीख काफी दूर है। 1 दिसंबर से शुरू होने वाली सरकारी धान खरीदी में किसानों को क्रमबद्ध ढंग से टोकन दिए जाएंगे। ऐसे में किसानों को अपना धान सोसाइटियों में बेचने में दिसंबर का पूरा मांह जाया हो सकता है। इसलिए किसान को किसी भी तरह कटाई और मिसाई कर धान को अपने घरों के बरामदे में अथवा कमरों में फैलाकर सुखाना होगा। लेकिन आज पूरे दिन जिस तरह क्षेत्र में आसमान पर बदली का मौसम बना रहा उससे किसानों को बारिश पानी की आशंका सता रही है। इस समय पानी गिरने से धान उत्पादक किसानों को जबरदस्त नुकसान हो सकता है।
इस समय अधिकांश गांवों में धान की फसल पक कर तैयार हो गई है और किसान उसकी कटाई तथा मिंजाई में जुट गया है। उसके सामने समस्या यह भी है कि अभी धान खरीदी की तारीख काफी दूर है। 1 दिसंबर से शुरू होने वाली सरकारी धान खरीदी में किसानों को क्रमबद्ध ढंग से टोकन दिए जाएंगे। ऐसे में किसानों को अपना धान सोसाइटियों में बेचने में दिसंबर का पूरा मांह जाया हो सकता है। इसलिए किसान को किसी भी तरह कटाई और मिसाई कर धान को अपने घरों के बरामदे में अथवा कमरों में फैलाकर सुखाना होगा। लेकिन आज पूरे दिन जिस तरह क्षेत्र में आसमान पर बदली का मौसम बना रहा उससे किसानों को बारिश पानी की आशंका सता रही है। इस समय पानी गिरने से धान उत्पादक किसानों को जबरदस्त नुकसान हो सकता है।
खेतों में करपा पडा है और वहीं खरही लगा रहे हैं किसान
जिन किसानों ने लुआई शुरू कर दी है। वे धान की फसल को काटकर दो-तीन दिन धान का करपा खेतों में ही रख कर सुखा रहे हैं। समझा जा सकता है कि अगर ऐसे समय में बारिश होती है तो उससे किसानों को किस तरह जबरदस्त नुकसान हो सकता है।
जिन किसानों ने लुआई शुरू कर दी है। वे धान की फसल को काटकर दो-तीन दिन धान का करपा खेतों में ही रख कर सुखा रहे हैं। समझा जा सकता है कि अगर ऐसे समय में बारिश होती है तो उससे किसानों को किस तरह जबरदस्त नुकसान हो सकता है।