बिहार का चुनाव और अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव, चुनावों मुद्दे एक समान : अतुल सचदेवा, सीनियर पत्रकार

अमेरिका का राष्ट्रपति का चुनाव ठीक उसी समय हो रहा है इस समय बिहार की विधानसभा का चुनाव बिहार के चुनावी मुद्दे रोजगारJobs , बेरोजगारी की समस्या, स्वास्थ्य सेवा शिक्षा और कृषि का विकास। तेजस्वी यादव आरजेडी के नेता अपनी चुनाव सभाओं में लोगों से 10लाख  लोगों को रोजगार देने की बात कर रहे हैं स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा का विकास साथ में किसानों के लिए मदद अन्य कई चुनावी मुद्दों पर जनता से बात कर रहे हैं ठीक उसी प्रकार भाजपा भी 19 लाख लोगों को जॉब रोजगार देने की चुनावी वादा कर रही हैं शिक्षा पर जोर देने के लिए भी वादे कर रहे हैं स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी वादे कर रहे ।भाजपा का गठबंधन नीतीश कुमार के साथ हैं नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया है भाजपा गठबंधन । सभी पार्टियों के नेता चुनावी मुद्दे वादे में शिक्षा रोजगार और किसानों के लिए विकास की बात कर रहे हैं कई नेता जैसे तेजस्वी यादव ,नीतीश कुमार ,चिराग पासवान पप्पू यादव और राहुल गांधी कांग्रेस के प्रमुख नेता भी बिहार की विकास के लिए अपने चुनावी वादे जनता के सामने रख रहे हैं। अमेरिका में भी राष्ट्रपति के दोनों उम्मीदवार रोजगार जॉब और बेरोजगारी की बातें कर कर अपना चुनाव अभियान चला रहे हैं साथ में उन्होंने प्रमुख मुद्दा चीन और कोरोनावायरस को भी मुद्दा बनाया हुआ है। बिहार का चुनाव और अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव में जो चुनावी मुद्दे हैं लगभग एक जैसे हैं । आने वाले चुनावी माहौल को देखते हुए बिहार की जनता किससे आगे लाएगी यह तो वक्त समय ही बताएगा बिहार में मुख्यमंत्री कौन बनता है।  उसी तरह अमेरिका में भी चुनाव में कौन राष्ट्रपति बनेगा यह वक्त ही बताएगा और वहां का मतदाता जो राष्ट्रपति को चुनेगा। बिहार का मतदाता वोट डाल कर ही बताएगा वह किसकी सरकार बनाता है वह किसे वह मुख्यमंत्री चुनता है ।

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