भारत के वो 5 खिलाड़ी, जो 2020 में लाएंगे बड़ा बदलाव! ओलंपिक-विश्व कप में फहराएंगे परचम
नई दिल्ली. साल 2020 खेलों के लिए बेहद अहम होने जा रहा है. इस साल ओलंपिक, वर्ल्ड कप से लेकर यूरो कप जैसे टूर्नामेंट होंगे. जाहिर है, कई युवा खिलाड़ियों के लिए यह साल उनके करियर का सबसे महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. वे इस साल अच्छा प्रदर्शन कर दुनियाभर में अपनी पहचान बना सकते हैं. भारत के पांच खिलाड़ियों को उस सूची में रखा जा सकता है, जो 2019 में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे, लेकिन 2020 में वे लंबी उड़ान भर सकते हैं.
श्रेयस अय्यर और टी20 वर्ल्ड कप
मुंबई का यह क्रिकेटर टीम की उस कमजोरी को दूर करता नजर आया जो 2017 से 2019 के बीच भारतीय टीम की कमजोरी बनी हुई है. हम बात कर रहे हैं बल्लेबाजी में नंबर-4 की कमजोरी की. भारत ने 2017-19 के करीब 10 क्रिकेटरों को इस नंबर पर आजमाया, पर कामयाबी नहीं मिली. इसके बाद श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को इस नंबर पर खेलने को कहा गया. वे इस नंबर के खेल को बखूबी समझते हुए रन बना रहे हैं. वे लंबी पारियां खेल रहे हैं और अच्छी साझेदारी भी कर रहे हैं. अब टी20 वर्ल्ड कप में भी वे इसी नंबर पर खेल सकते हैं. ऐसे में भारत की खिताबी उम्मीदें अय्यर की कामयाबी पर काफी कुछ निर्भर करेगी.
शूटर सौरभ चौधरी और ओलंपिक
उत्तर प्रदेश के निशानेबाज सौरभ चौधरी (Saurabh Chaudhary) ने 2019 में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में गोल्ड जीता. उन्होंने मनु भाकर के साथ मिलकर यह कामयाबी हासिल की. युवा शूटर सौरभ यहीं नहीं रुके और 2019 में छह गोल्ड मेडल अपने नाम किए. उन्होंने ओलंपिक के लिए कोटा भी हासिल किया. सब जानते हैं कि 2020 ओलंपिक का साल है. ऐसे में भारतीय खेलप्रेमियों की उम्मीदें सौरभ पर लगी रहेंगी.
विनेश की नजरें टोक्यो ओलंपिक पर
हरियाणा की विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) इस समय महिला कुश्ती में भारत की नंबर-1 पहलवान हैं. उन्होंने 2019 में वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता. उन्होंने इस मेडल के लिए हुए मुकाबले में ग्रीस की मारिया प्रेवोलारिकी को 4-1 से आसानी से हराया. इसके साथ ही वे टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बन गईं. कुश्ती में भारत को उनसे पदक की उम्मीद है.
बॉक्सर अमित पंघाल का मजबूत पंच
बॉक्सिंग में अमित पंघाल वो नाम है, जिस पर भारतीय खेलप्रेमी गर्व करते हैं. 23 साल के अमित पंघाल (Amit Panghal) ने 2019 में वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनिशिप में सिल्वर मेडल जीता. इस बॉक्सर ने खुद को 48 किग्रा वर्ग से 51 किग्रा वर्ग में शिफ्ट किया, लेकिन इससे उनके खेल पर कोई असर नहीं पड़ा. वे वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनिशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय हैं. खेलप्रेमियों को उम्मीद है कि अमित टोक्यो ओलंपिक में भी भारत के लिए मेडल जीतेंगे.
जी साथियान कर सकते हैं उलटफेर
टेबल टेनिस में भारत का इतिहास बहुत अच्छा नहीं रहा है. ओलंपिक और विश्व कप में तो टेबल टेनिस में भारत की चुनौती को गंभीरता से नहीं लिया गया. लेकिन जी साथियान (G. Sathiyan) इस इतिहास को बदलने को बेताब दिखते हैं. उन्होंने 2019 में कई बड़े खिलाड़ियों को हराया. वे अब दुनिया के टॉप-25 टेबल टेनिस खिलाड़ियों में शामिल हैं और यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय हैं. वे विश्व कप में अपने ग्रुप में दौर में पहले नंबर पर रहे, हालांकि मेडल नहीं जीत सके. अब ओलंपिक की बारी है और टेबल टेनिस पसंद करने वाले खेलप्रेमियों को उनसे बड़ी उम्मीद है.