मलेशिया के टापू पर कैसे पहुंचे 26 रोहिंग्या मुस्लिम, लापता होने के बाद थी डूबने की आशंका


कुआलालंपुर. मलेशिया के एक समुद्र तट से रोहिंग्या मुस्लिम समुदाय के वो 26 लोग सही सलामत मिले हैं, जिनके समुद्र में डूबने की आशंका जताई जा रही थी. मलेशिया के अधिकारियों ने सोमवार रोहिंग्या मुसलमानों के मिलने की जानकारी दी. इन लोगो में कुछ महिलायें और बच्चे भी शामिल हैं. मलेशियाई समुद्री प्रवर्तन एजेंसी ने लैंगकवी के उत्तरी रिसॉर्ट द्वीप के टापू से शनिवार को एक रोहिंग्या प्रवासी के मिलने के बाद तलाश अभियान शुरू किया था. पकड़े
गए शख्स रोहिंग्या अप्रवासी ने जांचकर्ताओं को बताया था कि उसकी कौम के 24 रोहिंग्या मुस्लिम लापता हैं, जो उसके साथ थे.

एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी जावावी अब्दुल्ला ने बताया कि तलाश अभियान के दौरान अन्य 26 रोहिंग्या वहां से मिले. उन्होंने बताया कि 12 पुरुष, 10 महिलाएं और चार बच्चे वहां से मिले हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि स्थानीय मछुआरे इन्हें एक बड़ी नौका तक पहुंचा रहे थे. अबदुल्ला ने एक बयान में कहा कि पूछताछ के लिए सभी को हिरासत में ले लिया गया है और अब उन्हें आव्रजन विभाग के हवाले किया जाएगा. इस बीच, दो अन्य रोहिंग्या प्रवासियों को मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

मानव तस्करी और अवैध अप्रवासन बड़ी समस्या
मानव तस्करी की समस्या से दुनिया के सभी देश जूझ रही है. अवैध तरीके से दूसरे देशों में बसने की कोशिशें लगातार जारी हैं. मानव तस्करी कराने वाले लोग खतरनाक रास्तों से सीमा पार कराने का लालच देकर इन लोगों से पैसा वसूलते हैं और बाद में उन्हे उनकी किस्मत के हवाले करके निकल जाते हैं. बेहतर जिंदगी की तलाश में अवैध तरीकों से दूसरे देश में दाखिल होना कोई नई बात नहीं है. रोहिंग्या मुसलमानों के विस्थापन की समस्या से इतर इस समुदाय के लोगों के दूसरे देशों में दाखिल होने की ख़बरें अक्सर सामने आती रहती हैं, कई देशों की पुलिस, सीमा सुरक्षा बल और नौसेना ऐसे मामले रोकने के लिए प्रेटोलिंग करती हैं.मलेशिया में ऐसी ही एक चेकिंग के दौरान इस मामले का खुलासा हुआ.

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!