महाप्रबंधक ने किया बिलासपुर मंडल के बिलासपुर-अनूपपुर खंड का वार्षिक निरीक्षण
बिलासपुर. जोनल महाप्रबंधकों द्वारा अपने क्षेत्र में आने वाले सभी मंडलों में चल रहे विकास कार्यों, यात्री सुविधाओं का जायजा, उनकी प्रगति, कर्मचारियों के कल्याण आदि की जानकारी एवं अवलोकन हेतु वार्षिक निरीक्षण किये जाने की नियमित एवं आवश्यक व्यवस्था है। इसी संदर्भ में वित्तीय वर्ष 2019-20 के वार्षिक निरीक्षण के अन्तर्गत श्री गौतम बनर्जी, महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा आज 31 जनवरी, 2020 को बिलासपुर मंडल के बिलासपुर-अनूपपुर सेक्शन का निरीक्षण किया गया, इसके तहत महाप्रबंधक एवं सभी विभागों के विभागाध्यक्ष बिलासपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री आलोक सहाय तथा मंडल के शाखाधिकारियों के साथ सुबह 09.00 बजे बिलासपुर स्टेशन से निरीक्षण प्रारंभ हुआ।
बिलासपुर स्टेशन में महाप्रबंधक द्वारा बिलासपुर स्टेशन में चल रहे विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी ली तथा प्रगति कार्यों का जायजा लिया। बिलासपुर स्टेशन से प्रातः 09.30 बजे महाप्रबंधक पूरी टीम के साथ बिलासपुर-अनूपपुर सेक्शन के निरीक्षण के लिए रवाना हुए। बिलासपुर कॉर्ड केबिन में महाप्रबंधक द्वारा बिलासपुर से उसलापुर के मध्य किये गये आटो-सिग्नलिंग सिस्टम का अनावरण किया गया। उसलापुर स्टेशन का निरीक्षण, सरकुलेटिंग क्षेत्र में स्थानीय उद्योग जगत से संबंधित एवं प्रतिक्षालय में बनाये गये स्थानीय कला संस्कृति से संबंधित म्यूरल आर्ट का अनावरण किया। सलकारोड-बेलगहना स्टेशनों के मध्य किमी 762/27 में स्थित कर्व नं. 08 का निरीक्षण कर कर्व के मापदण्डों एवं रिकार्ड को गहनता पूर्वक अध्ययन किया। मानव सहित समपार संख्या बीके-29 (तुलुप फाटक) का निरीक्षण किया। जिसमें हाइट गेज, रोड सरफेस, गेट बूम, हाइट स्पीड ब्रेकर इत्यादि की जांच की गई ही सलकारोड-खोंगसरा स्टेशनों के मध्य 110 कि.मी. की गति से ट्रेन चलाकर गति परीक्षण किया गया। खोंगसरा स्टेशन के रनिंग रूम का निरीक्षण एवं रीडिंग सह मेडिटेशन रूम का अनावरण किया गया।। खोंगसरा स्टेशन में उन्होंने स्टेशन परिसर, प्लेटफार्म, रिले रूम, यार्ड, पाईंट एवं क्रासिंग का निरीक्षण किया। साथ ही रेलवे कालोनी का निरीक्षण कर कालोनी के रखरखाव एवं सुविधाओं का जायजा लिया तथा नवनिर्मित चिल्ड्रन पार्क का शुभारंभ किया।
खोंगसरा-भनवारटंक स्टेशनों के मध्य किमी 788/11-19 में स्थित रेलवे ब्रिज क्रमांक 43K का निरीक्षण किया गया। इस दौरान इंजिंनियरिंग विभाग के गैंग का निरीक्षण किया तथा गैंग के सदस्यों के साथ वार्तालाप कर रेलपथ में कार्य के दौरान की जाने वाली सावधानियों, संरक्षा संबंधी ज्ञान, उपकरणों की उपलव्धता आदि से संबधित जानकारी ली साथ ही महाप्रबंधक महोदय को ट्रैक मशीन के कार्यों के प्रदर्शनी का निरीक्षण किया साथ ही किमी 799/19-800/1 में स्थित भनवारटंक टनल का निरीक्षण किया। खोडरी स्टेशन में सब-स्टेशन का निरीक्षण किये। खोडरी स्काउट-गाइड केम्प में स्काउट-गाइड के बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई जिसे देखकर वे काफी प्रसन्न हुये। इसके पश्चात् वे पेण्ड्रारोड स्टेशन पहुंचे, वहां उन्होंने स्टेशन में उपलब्ध सभी सुविधाओं का जायजा लिया । कालोनी एवं यार्ड का निरीक्षण किये तथा नवीनीकृत आरपीएफ बैरक का अनावरण किया इस दौरान उन्होंने वहाँ हथियार प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं मीडिया के प्रतिनिधियों से यात्री सुविधा विकास, सुरक्षा, संरक्षा, निर्माण परियोजनाओं जैसे अनेक गहन मुद्दों पर चर्चा की। पेण्ड्रारोड एवं हर्री स्टेशनों के मध्य किमी 820/10-12 में स्थित मानव सहित समपार संख्या बीके-38 (गोरखपुर फाटक) का निरीक्षण किया। जिसमें हाइट गेज, रोड सरफेस, गेट बूम, हाइट स्पीड ब्रेकर इत्यादि की जांच की गई एवं ड्यूटी पर तैनात गेटमैन से संरक्षा संबंधित पूछताछ की तथा इंटरलाकिंग एवं अन्य पैरामीटर का अवलोकन किया। हर्री-वेंकटनगर स्टेशनों के मध्य किमी 831/21-23 में स्थित रेलवे माइनर ब्रिज क्रमांक 78K का निरीक्षण किया गया। इसके पश्चात् वे पेण्ड्रारोड-अनूपपुर तीसरी लाइन का निरीक्षण एवं अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुये अनूपपुर पहुंचे।