December 21, 2020
मेयर ने महिला समूह के द्वारा बनाया गोनाईल आईजी को किया भेंट
बिलासपुर. नगर निगम बिलासपुर के मोपका गोठान में महिला समूहों द्बारा गाय के गोबर और गौ मूत्र से विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का निर्माण कर रही है। जिसमें गौ मूत्र से फिनाईल भी बना रही है। जिसका नाम गोनाईल रखा गया है। बिलासपुर नगर निगम के मोपका गोठान में निर्मित गोनाईल को महापौर रामशरण यादव ने आईजी दीपांशु काबरा को भेंट करते हुए कहा कि आप पहले इसे सैंपल के तौर पर उपयोग करें यदि इसकी उपयोगिता बेहतर लगे तो पुलिस विभाग के सभी थानों और कार्यालयों में इसका उपयोग कराने की अपील की। आईजी दीपांशु काबरा ने कहा कि हमारे विभाग के सभी कार्यालयों में मोपका गोठान में निर्मित इस गोनाईल (फिनाईल) का उपयोग कराएंगे। महापौर रामशरण यादव ने बताया कि शासन की गोधन योजन के तहत शहर के गोठानों में गाय के गोबर से गोकाष्ट और गौ मूत्र से गोनाईल (फिनाईल) का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में 3 महिला स्व.सहायता समूह में 3० से अधिक महिलाएं है जो इन उत्पादों को निर्माण कर रही है। शहर के मोपका गोठान से निर्मित गो गोनाईल (फिनाईल) के संबंध में बिलासपुर कलेक्टर डॉ.सारांश मित्तर से भी बात हुई उन्होंने भी शासकीय कार्यालयों में इस गोनाईल (फिनाईल) की उपयोग कराने की बात कही है। इस मिशन मैंनेजर माया शुक्ला, गोठान समिति अध्यक्ष श्वेता कोचर, गोवर्धन समिति की अध्यक्ष खुशबू वस्त्रकार ,बब्बी भंडारी, बाटू सिंह उपस्थित थे।
200 लीटर प्रतिदिन बन रहा गोनाईल
गोठान समिति अध्यक्ष श्वेता कोचर ने बताया कि मोपका गोठान में वर्तमान में 2०० लीटर गोनाईल (फिनाईल) प्रतिदिन बनाई जा रही है। इसमें गौ मूत्र के अलावा नीम की पत्तियां भी डाली जाती है। गौ मूत्र एसीड का काम करती है। तो वहीं नीम की पत्तियों का घोल बैक्टीरिया खत्म करती है। श्वेता ने बताया कि महापौर रामशरण यादव के प्रयास के कारण दिनों-दिन इसकी डिमांड बढ़ती जा रही है। जिससे सरकारी कार्यालयों में इसकी मांग बढ़ रही है।
गोठान समिति अध्यक्ष श्वेता कोचर ने बताया कि मोपका गोठान में वर्तमान में 2०० लीटर गोनाईल (फिनाईल) प्रतिदिन बनाई जा रही है। इसमें गौ मूत्र के अलावा नीम की पत्तियां भी डाली जाती है। गौ मूत्र एसीड का काम करती है। तो वहीं नीम की पत्तियों का घोल बैक्टीरिया खत्म करती है। श्वेता ने बताया कि महापौर रामशरण यादव के प्रयास के कारण दिनों-दिन इसकी डिमांड बढ़ती जा रही है। जिससे सरकारी कार्यालयों में इसकी मांग बढ़ रही है।