मैक्सिको ने US पर लगाया डिटेंशन सेंटर में महिलाओं की जबरन नसबंदी का आरोप
वॉशिंगटन. मैक्सिको (Mexico) ने अमेरिका (America) पर गंभीर आरोप लगाया है. मैक्सिको का कहना है कि यूएस इमीग्रेशन डिटेंशन सेंटरों (US immigration detention centres) पर महिलाओं को सर्जरी के लिए मजबूर किया जा रहा है. मैक्सिकन विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि अटलांटा में उसके वाणिज्य दूतावास ने जॉर्जिया (Georgia) राज्य के एक निजी डिटेंशन सेंटर की पहचान की है, जहां महिलाओं की मर्जी के बिना उनकी नसबंदी (Sterilizations) को अंजाम दिया जा रहा है.
बेहद दयनीय स्थिति
मैक्सिको का यह भी कहना है कि इस डिटेंशन केंद्र की स्थिति बेहद खराब है. यहां महिलाओं को दयनीय स्थिति में रखा जाता है. आरोपों के मुताबिक, ऐसी दो महिलाओं के बारे में पता चला है, जिनकी मर्जी के बिना उनकी सर्जरी कर दी गई. इतना ही नहीं, ऑपरेशन के बाद महिलाओं को ऐसे ही छोड़ दिया गया, उन्हें पोस्ट-ऑपरेटिव केयर भी प्रदान नहीं की गई.
लिखित अनुमति नहीं मांगी
मैक्सिको का कहना है कि ऑपरेशन से पहले महिलाओं से कोई लिखित अनुमति नहीं मांगी गई या न ही उन्हें इस बारे में कुछ बताया गया. मैक्सिकन सरकार ने एक महीने पहले इस मामले में जांच शुरू की थी, जब उसे जानकारी मिली थी कि जॉर्जिया के इरविन काउंटी स्थित इमीग्रेशन डिटेंशन सेंटर में उसके छह नागरिकों की उनकी अनुमति के बिना सर्जरी की गई है. इसके बाद मैक्सिको ने अपने दूतावास को काम पर लगाया और अब उसने सीधे तौर पर अमेरिका पर जबरन सर्जरी करने का आरोप लगाया है.
नर्स ने खोली थी पोल
जबरन नसबंदी का यह मामला असल में तब सामने आया जब डिटेंशन सेंटर की एक नर्स ने अव्यवस्थाओं का खुलासा किया. उसने बताया कि केंद्र में रहने वाली महिलाओं को बेहद दयनीय स्थिति में रखा जाता है. यहां वे महिलाएं रहती हैं, जिन्हें विशेष रूप से आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) संबंधी मामलों में हिरासत में भेजा जाता है. नर्स ने दावा किया था कि महिला बंदियों की सहमति के बिना उनकी नसबंदी कराई जाती है. भाषा की परेशानी के चलते महिलाएं समझ ही नहीं पातीं कि उनके साथ क्या होने जा रहा है.