राज्य मानसिक चिकित्सालय परिसर से फरवरी तक हटेगा अतिक्रमण
बिलासपुर. राज्य मानसिक चिकित्सालय के व्यवस्थित संचालन के लिये संभागायुक्त श्री बी.एल.बंजारे की अध्यक्षता में आयोजित जीवनदीप समिति की बैठक में अनेक निर्णय लिया गया। कमिश्नर बंजारे ने कहा कि राज्य मानसिक चिकित्सालय परिसर में हुए अतिक्रमण को आगामी फरवरी माह तक हटाएं। ताकि चिकित्सालय परिसर के बाउंड्रीवाल एवं अन्य निर्माण कार्य सुचारू रूप से संपादित किया जा सके। इसी तरह डिजीटल एक्सरे-कम्प्यूटेड रेडियोग्राफी सिस्टम प्रोसेसर क्रय के संबंध में कहा कि जिला खनिज न्यास निधि से स्वीकृत राशि के द्वितीय किश्त के लिये आवश्यक पहल करें। इसेक लिये प्रथम किश्त की राशि मिल चुकी है। चिकित्सालय में भर्ती मरीज जो ठीक हो रहे हैं, उनके पुनर्वास के लिये कौशल विकास प्रशिक्षण मरीजों के रूचि के अनुरूप संचालित करने विशेष जोर दिया गया। ताकि ऐसे स्वस्थ्य मरीज बाहर जाकर अपनी जीविका चला सके। चिकित्सालय के तात्कालिक व्यवस्था हेतु 100 से 200 बेड निर्माण के लिये छोटे-मोटे निर्माण एवं मरम्मत हेतु सीजीएमएससी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। सेंदरी मोड़ चिकित्सालय पहुंच मार्ग मेन रोड में प्रकाश व्यवस्था की जाएगी।
इसके लिये जीवनदीप से सीएसईबी को राशि उपलब्ध कराई जाएगी। चिकित्सालय में आवश्यकता के अनुरूप लेटबाथ का निर्माण लोक निर्माण विभाग के माध्यम से कराया जा रहा है। चिकित्सालय परिसर में परिजन कक्ष का भी निर्माण किया जायेगा। इसके लिये एन.टी.पी.सी. के निदेशक ने आगामी वर्ष के बजट में प्रावधान करने की बात कही। चिकित्सालय में इलाज हेतु आने वाले मरीजों के सिटी स्केन करने प्राइवेट चिकित्सालय से अनुबंध कराने के संबंध में चर्चा की गई। चूंकि वर्तमान में सिम्स में स्थापित सिटी स्केन मशीन खराब है। इसी तरह चिकित्सालय के मैकेनाईज्ड लांड्री मशीन के वार्षिक संधारण के लिये अनुबंध किया जायेगा। जिसका भुगतान जीवनदीप समिति मंे उपलब्ध राशि से की जायेगी। इसके अलावा बैठक में चिकित्सालय के व्यवस्थित संचालन के लिये अन्य विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की गई। बैठक में जीवन दीप समिति के सचिव एवं अधीक्षक राज्य मानसिक चिकित्सालय डाॅ.नंदा ने पिछली बैठक के पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। वहीं बैठक में एजेण्डावार विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में विधिक सेवा प्राधिकरण के न्यायाधीश श्री मिश्रा, अपर कलेक्टर श्री बी.एस.उईके, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री शर्मा, सिविल सर्जन श्रीमती मधुलिका ठाकुर एवं संबंधित अधिकारी एवं चिकित्सकगण मौजूद थे।