राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर जज्बा सोसायटी ने रक्तदान शिविर आयोजित किया
बिलासपुर. राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस 1 अक्टूबर के उपलक्ष्य में जज़्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा शहर के युवाओं को प्रेरित किया गया रक्तदान के प्रति साथ ही अनुरोध भी किया गया कि वे रक्तदान करने आगे आएं। ताकि इस कोरोना काल मे हो रही रक्त की कमी को दूर करने में सहायता मिल सके। लगातार बढ़ रही कोरोना के मरीज़ों की संख्या की वजह से कहीं न कहीं स्वैच्छिक रक्तदान पर भी उसका गहरा असर हुआ है। बिलासपुर शहर में प्रतिदिन औसत 70 से 80 यूनिट ब्लड की खपत मानी जाती है।
जिसमे शासकीय और गैर शासकीय ब्लड बैंको के आंकड़े शामिल हैं। लेकिन लगातार लॉकडाउन और इस भयानक महामारी के बीच ना तो किसी तरह के शिविरों का आयोजन हो पा रहा है , न ही रक्तदाता आगे आ पा रहे हैं, इसमे जहां सबसे बड़ी वजह इस कोरोना बीमारी के फैलने का डर है वहीं परिवार द्वारा रक्तदाताओं को सुरक्षा के दृष्टिकोण से रोकना भी शामिल है। इसके बावजूद शहर की इकलौती संस्था जज़्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी लगातार अपने स्तर पर कोशिश में लगी पड़ी है कि शहर के किसी मरीज़ की जान ब्लड ना मिल पाने की वजह से खतरे मे ना पड़े। इसी कड़ी में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस को मनाते हुवे संस्था के सदस्यों द्वारा शहर के युवाओं से आह्वान किया गया ।जिसके फलस्वरूप कुछ रक्तदाता आगे आये और रक्तदान कर आज के दिन को सार्थक बनाया गया ।साथ ही सभी रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन करने के ध्यान से श्री शिवम मेडिकल स्टोर मुंगेली नाका की तरफ से कोरोना से बचाव के लिए निःशुल्क सुरक्षा कीट प्रदान की गई। जिसमें हैंड सैनिटाइजर , फेस मास्क , हैंड ग्लव्स शामिल थे।जज़्बा के सदस्य रत्नेश सोनी ने इस कार्य मे विशेष भूमिका निभाते हुवे हमें बताया कि आने वाला समय समस्याओं से भरा हो सकता है ब्लड बैंको के लिए।
शासन प्रशासन द्वारा इस चीज़ को अनदेखा किया जा रहा है लगातार , हमारे शहर में थैलासीमिया, सिकलसेल और कैंसर पीड़ित मरीज़ बड़ी संख्या मे हैं , जिन्हें हर महीने ब्लड मिलना अनिवार्य है उन्हें जीवित रखने के लिए ऐसे में अगर स्थानीय जिला प्रशासन सही समय पर नहीं जागता है तो आने वाले दिनों में स्थिति भयवाह भी हो सकती है। हमारी संस्था अपने स्तर पर लोगो को जितना हो पाता है जागरूक करने का काम करती आई है और ये जारी भी रहेगा।लेकिन इसमें अगर प्रशासन सहायता करेगा तो अधिक से अधिक लोगो को मदद मिल सकेगी। जज़्बा के संयोजक संजय मतलानी और उनकी टीम जज़्बा द्वारा लगातार काफी वर्षों से शहर के मरीज़ों की भलाई के लिए कार्य किये जा रहे हैं इसमे इनका साथ विनय जेपी वर्मा , आकाश सिंह पौंसरा, रत्नेश सोनी, आयुष अरोरा, अमितेश गुप्ता, तृप्ति सिंह, महेंद्र कुमार चतुर्थी , नीलमणि सिंह, तन्मय दास, योगेश साहू, मो. नियाज़, मनप्रीत कौर खनूजा, प्रकाश देबनाथ, वसीम कुरैशी सहित अन्य सदस्य सक्रिय रूप से शामिल हैं ।