रेणु जोगी ने मुख्य चुनाव आयुक्त से की शिकायत
0 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व अन्य नेता स्व. जोगी को नकली व फर्जी और पाखंडी जैसे अपशब्दों से अपमान कर रहे हैं- रेणु
बिलासपुर। मरवाही उपचुनाव में मैदान से बाहर हुए जोगी परिवार द्वारा लगातार कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत प्रमोद कुमार जोगी के रहते आदिवासी जाति मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। उनके निधन के बाद मरवाही उपचुनाव में जोगी परिवार को मैदान से बाहर निकालने की साजिश रची गई। ऐसा जोगी परिवार ने साफ तौर पर आरोप लगाया है। इसके बाद भी कांग्रेसी नेता स्व. जोगी के खिलाफ बयान बाजी कर रहे हैं। उन्हें फर्जी और पाखंडी तक कहा जा रहा है। स्व. जोगी के धर्मपत्नी कोटा विधायक रेणु जोगी ने मुख्य चुनाव आयुक्त से अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम एवं अन्य नेताओं द्वारा अपनी चुनावी सभाओं में मेरे पति स्वर्गीय अजीत जोगी को नक़ली, फर्जी और पाखंडी जैसे अपशब्दों करके लगातार अपमानित किया जा रहा है। किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उन्हें इस तरह अपमानित करना कांग्रेस की स्तरहीन राजनीति का परिचायक है।
मेरे पति ने 20 वर्षों तक मरवाही की जनता का प्रतिनिधित्व किया है। जब वे कांग्रेस पार्टी में थे तो वे 2 बार लोक सभा और 2 बार राज्य सभा सांसद रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने उन्हें 17 सालों तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जनजाति विभाग का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया था और जब जोगी जी ने कांग्रेस छोड़ी तब भी वे इस विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। मेरे पति की जाति न्यायपालिका तय करेगी, ऐसे में उनका अपमान करना बिल्कुल नाजायज़ और ग़ैर-क़ानूनी है। ये आईपीसी (भारतीय दण्ड संहिता) की धारा 171-जी, 499 और 500 तथा आरपी ऐक्ट के प्रावधानों के अंतर्गत दंडनीय अपराध है। अत: आपसे निवेदन है कि इस मामले का संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही करने की कृपा करें।