रेलवे में 167 चोरी की मामलों में 204 लोगों की गिरफ्तारी

बिलासपुर. पूरे भारतीय रेलवे में सर्वाधिक माल ढूलाई के साथ ही करोड़ों की संख्या में यात्रियों को प्रतिदिन उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुचाने का कार्य भी कर रही है | अपनी विकास की परम्परा को निरंतर आगे बघते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 में 186 मिलियन तन का लदान करते हुए 23000 करोड़ की आय अर्जित की है वही इस रेलवे ने 12 करोड़ 22 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुचाने का कार्य किया है |
इतनी बड़ी जनसँख्या को सुरक्षित गंतव्य तक पहुचने एवं हर कदम पर सुरक्षा का माहौल बनाए रखने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के महत्वपूर्ण रेल्वे स्टेशनों मे व्यवस्था को बनाये रखने के लिए सतत निगरानी की आवश्यकता पड़ती है । जिसके लिए स्टेशनों मे भीतर – बाहर चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरा लगाये गए है । इन सीसीटीवी कैमरो मे कुछ कैमरो के द्वारा स्टेशन एवं स्टेशन के आहाते की साफ़ सफाई पर पैनी नज़र रखी जाती है । सोशल मीडिया जैसे ई-मेल, वाट्सएप्प, फेसबूक, ट्वीटर, आदि जैसे ईलेक्ट्रानिक माध्यमों से भी यात्रीओ से शिकायात, सुझाव ,एवं विचार ग्रहन करते हुए इन माध्यामों से शिकायत मिलने पर तुरंत कार्याबाही की जाती है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वरा सुरक्षा व्यवस्था को अधिक पुख्ता करने के उद्देश्य से विगत कुछ वर्षों में की गयी कार्यवाही इस प्रकार है
वित्तीय वर्ष 2018-19 ट्रेनों पर लूट के 3 वारदात सामने आये जिनमें 5 लोगों की गिरफ्तारी कर कार्यवाही की गयी जबकी वित्तीय वर्ष 2017-18 में ट्रेनों पर लूट के 14 वारदात सामने आये थे उनमें 26 लोगों को गिरफ्तार कर GRP को सौपा गया था | इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2017-18 में ट्रेनों पर यात्री सामानों की चोरी के 1253 मामले सामने आये थे जिनमें 156 मामलों के डिटेक्शन करते हुए 200 लोगो की गिरफ्तारी की गयी थी जबकि वित्तीय वर्ष 2018-19 ट्रेनों यात्रियों के सामानों के चोरे के 1108 मामले सामने आये जिनसे 167 मामले पर डिटेक्शन करते हुए 204 लोगों की गिरफ्तारी की गयी | इसे प्रकार वर्ष 2018-19में रेलवे सुरक्षा बलों द्वारा अन्य भा.द.वि. तथा भा.द.सं के तहत 80 मामलो में 82 आरोपिओं को गिरफ्तार कर कार्यवाही की गयी | ज्ञात हो कि यात्री समबधित अपराध चोरी,लूट, डकैती, ह्त्या, महिला सम्बंधित अपराध आदि की जांच शासकीय रेल पुलिस के द्वरा की जाती है |