वजन को नियंत्रित करने का आयुर्वेदिक तरीका, इतना बड़ा रखें अपनी रोटी का कोर
रोटी के कोर का सही आकार जानकर आप अपना बढ़ता वजन प्राकृतिक तरीके से कंट्रोल कर सकते हैं। यहां जाने, बिना किसी खास मेहनत के वजन को नियंत्रित करने का तरीका…
खाना खाते समय अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि रोटी के कोर का सही आकार कितना होना चाहिए। क्योंकि डॉक्टर्स अक्सर कहते हैं कि खाना खाते समय रोटी के टुकड़ों का आकार छोटा रखें और एक कोर को कम से कम 32 बार चबाकर खाएं। ऐसे में आप भी जरूर जानना चाहते होंगे कि जिस तरह भोजन को 32 बार चबाने की गिनती पक्की है क्या उसी तरह रोटी के टुकड़े का सही साइज भी निर्धारित है?
हैरानी तो जरूर होगी…
रोटी के कोर का इतना छोटा साइज जानकर आप हैरान हो सकते हैं। लेकिन आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार, खाना खाते समय रोटी का कोर बहुत ही छोटा होना चाहिए। साथ ही अच्छे पाचन के लिए इस कोर को 32 बार चबाकर खाना चाहिए। ऐसा करने से मुंह में ही रोटी का रस अच्छी तरह बन जाता है। इससे आंतों में पहुंचने के बाद रोटी और सब्जी का पूरा सत्व शरीर को प्राप्त होता है।
इससे शरीर को भोजन का पूरा पोषण प्राप्त होता है। लिवर स्वस्थ रहता है और अच्छी तरह चाबाया गया यह भोजन आंतों में पूरी तरह अवशोषित हो जाता है। इससे आपकी सेहत अच्छी बनती है। जिन लोगों का पेट अक्सर खराब रहता है और जिन्हें कब्ज की समस्या रहती है, उन्हें इस तरह भोजन चबाकर खाने से विशेष लाभ मिलता है। इसके साथ ही जिन लोगों को अपच की समस्या रहती है, जब वे इस तरह एक कोर को 32 बार चबाकर खाते हैं तो उन्हें अपच, गैस और बदहजमी से छुटकारा मिलता है।
आपकी डायट और आपके वजन में सीधा संबंध होता है। यदि आप तेजी से बढ़ते वजन के कारण परेशान हैं तो आपको भोजन करने का यह तरीका अवश्य अपनाना चाहिए। क्योंकि छोटे कोर को देर तक चबाकर खाने से आपकी भूख प्राकृतिक तरीके से शांत होती है। यदि आप सामान्य रूप से एक समय के भोजन में तीन रोटी खाते हैं तो इस तरह भोजन करने के दौरान आप एक या डेढ़ रोटी खाएंगे। लेकिन आपके शरीर को इस भोजन का पूरा पोषण मिलेगा। यानी आप खाना कम खाएंगे लेकिन आपके शरीर में कमजोरी नहीं आएगी और सीमित मात्रा में भोजन के चलते आपके शरीर में अतिरिक्त वसा का जमाव नहीं होगा, जिससे आपका वजन नियंत्रित रहेगा।