विराट ने अपनी कप्तानी के पहले 4 टेस्ट में ही बनाया था ये सुपर रिकार्ड, 3 बल्लेबाज ही कर पाए हैं ऐसा


नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के तौर पर विराट कोहली (Virat Kohli) की सफलता का सफर हर कोई जानता है. विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने तो लगातार 42 महीने तक नंबर-1 टेस्ट टीम बने रहने का कारनामा किया ही है, खुद कप्तान विराट भी बहुत सारे रिकार्ड पर अपना नाम लिखा चुके हैं. लेकिन एक रिकार्ड ऐसा भी है, जिस पर विराट ने कप्तान के तौर पर सफर की शुरुआत करते हुए पहले 4 टेस्ट में ही अपना नाम लिखवाया था. यह रिकार्ड ऐसा है, जिसे अपनी कप्तानी में दुनिया के बहुत सारे दिग्गज बल्लेबाज छू भी नहीं पाए थे.

पहले 4 टेस्ट में बनाए थे शतक
दरअसल विराट कोहली ने आस्ट्रेलियाई धरती पर 2014 में अचानक महेंद्र सिंह धोनी के टीम की कप्तानी छोड़ देने पर कप्तानी संभाली थी. इसके बाद उन्होंने जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए कप्तान के तौर पर अपने पहले 4 टेस्ट में 4 शतक बनाए थे. यह रिकार्ड कितना अहम है इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि विराट के अलावा दुनिया के महज दो बल्लेबाज ही ये रिकार्ड बना पाए हैं. इनमें एक तो महान भारतीय लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर थे, जिन्हें शतकों की मशीन भी कहा जाता था. दूसरे बल्लेबाज इंग्लैंड के महान ओपनर बल्लेबाज एलेस्टेयर कुक थे. दुनिया के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, रन मशीन ब्रायन लारा, रिकी पोंटिंग, विवियन रिचर्ड्स समेत तमाम दिग्गज बल्लेबाज भी अपनी कप्तानी में ऐसी शुरुआत नहीं कर पाए थे.

पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक वाले कप्तान
विराट कोहली की कप्तानी में आस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ पहली सीरीज में टीम इंडिया जीत तो नहीं पाई थी लेकिन कप्तान कोहली ने सीरीज के आखिरी दोनों टेस्ट में शतक बनाए थे. उन्होंने एडिलेड में हुए टेस्ट मैच में पहली पारी में 115 और दूसरी पारी मेंं 141 रन बनाए थे. वे अपने पहले ही कप्तानी टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाने वाले कप्तान भी बने थे. इसके बाद सिडनी टेस्ट में विराट ने 147 और 46 रन की पारियां खेली थी. बांग्लादेश के खिलाफ फातुल्ला टेस्ट में विराट इकलौती पारी में 4 रन ही बना पाए थे, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ गाले टेस्ट की इकलौती पारी में 103 रन बनाकर उन्होंने पहले 4 टेस्ट में शतक के रिकार्ड पर अपना भी नाम दर्ज करा लिया था.

गावस्कर के पहले 2 कप्तानी शतक में था 3 साल का अंतर
सुनील गावस्कर ने 1975-76 में न्यूजीलैंड के खिलाफ आकलैंड टेस्ट में भारतीय टीम की कप्तानी की थी और 116 व नाटआउट 35 रन बनाए थे. इसके बाद उन्हें अगली बार कप्तानी का मौका 3 साल बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ 1978-79 में मिला था. उन्होंने मुंबई टेस्ट में 205 और 73 रन की पारी खेली, लेकिन बंगलूरू टेस्ट की इकलौती पारी में वे अपनी पहली ही गेंद पर 0 पर आउट हो गए थे. जब गावस्कर पारी की पहली गेंद पर आउट हुए थे. अगला कोलकाता में था और यहां गावस्कर ने 107 और नाटआउट 182 रन की पारियां खेलकर न केवल विंडीज के गेंदबाजों से बदला लिया बल्कि रिकार्ड बनाने वाले पहले कप्तान भी बन गए.

पहले 5 टेस्ट में 5 शतक बनाने वाले कुक इकलौते बल्लेबाज
इंग्लैंड के एलेस्टेयर कुक का कारनामा तो और गजब है. कुक अपनी कप्तानी के पहले 5 टेस्ट में 5 शतक बनाने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं. कुक ने 2009-10 में बांग्लादेश के खिलाफ चिट्टगांग टेस्ट में कप्तानी की शुरुआत करते हुए 173 और 39 रन बनाए थे. ढाका टेस्ट में उन्होंने 21 और नाटआउट 109 रन बनाए. इसके 2 साल बाद भारत के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में उन्होंने 41 व 176 रन बनाए तो मुंबई टेस्ट में 122 व नॉट आउट 18 रन की पारियां खेली. कोलकाता टेस्ट में उन्होंने 190 और 1 रन की पारी से रिकार्ड बनाया था.

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!