विश्व डेंगू दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन
बलरामपुर. विश्व डेंगू दिवस पर कोविड-19 को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्ञानेश चौबे के मार्गदर्शन में सभी विकासखण्डों में डेंगू संगोष्ठी का आयोजन सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मास्क लगाकर किया गया। ज्ञात हो कि जिला में गत् 02 वर्षों से डेंगू रोगियों की पुष्टि हुई है, जिस हेतु सलाहकार दिव्य किशोर गुप्ता द्वारा डेंगू से बचाव के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि डेंगू बीमारी एडीज मच्छर के काटने से होती है, एडीज मच्छर दिन के समय काटता है। डेंगू से बचाव के लिए कूलर, पानी टंकी, पक्षियों के पानी पीने के बर्तन, फ्रिज ट्रे, फूलदान इत्यादि को प्रति सप्ताह खाली कर धूप में सूखा कर प्रयोग करें। साथ ही नारियल का खोल, टूटे हुए बर्तन व टायरों में पानी जमा होने न दें, रात को सोते वक्त मच्छरदानी का उपयोग करने हेतु प्रेरित किया गया। इन उपायों के द्वारा ही डेंगू बीमारी से बचाव हो सकता है। उन्होंने बताया कि डेंगू के लक्षणों की बात करें तो डेंगू बुखार होने पर ठंड लगने के साथ अचानक तेज बुखार चढ़ना, सिर, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पिछले भाग में दर्द होना जो आंखों को दबाने या हिलाने से और भी बढ़ जाता है, अत्यधिक कमजोरी लगना, भूख में बेहद कमी तथा जी मितलाना, मुंह के स्वाद का खराब होना आदि है। स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं मितानिनों द्वारा डेंगू के लक्षण बचाव आदि जानकारी वॉल पेंटर के माध्यम से लोगों तक पहुंचायी जा रही है, ताकि लोग डेंगू बीमारी के प्रति जागरूक रहें।