शहीद हुए सीआरपीएफ़ जवानों की याद में पुलिस ने मनाया स्मृति दिवस
बिलासपुर. 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में चीन से लड़ते हुए सीआरपीएफ़ के 10 जवान शहीद हुए थे. उनकी याद में हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर में दिनांक 21.10.2020 से पुलिस स्मृति दिवस सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत दिनांक 21.10.2020 को समय 08.00 बजे रेलवे सुरक्षा बल/ दक्षिण पूर्व मध्य रेल बिलासपुर के महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त, मण्डल सुरक्षा आयुक्त, मुख्यालय और मण्डल के अधिकांश अधिकारी और सभी बल सदस्यों के द्वारा रेलवे सुरक्षा बल के शहीदों के साथ-साथ दूसरे अर्ध सैनिक बल के जवानों, राज्य के पुलिस के जवानों, जो वीर गति को प्राप्त हुए हैं, को याद कर सम्मान के साथ भाववीनी श्रद्धांजलि दी गई.
दिनांक 22 अक्टूबर को बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर के अधिकारियों के द्वारा शहीदों के परिवारों से मिलकर शहानुभूति जताई और उनकी समस्याओं से रु-ब-रु हुये. दिनांक 23 अक्टूबर को मण्डल सुरक्षा आयुक्त बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर के मण्डल सुरक्षा आयुक्तों के द्वारा बल सदस्यों का सुरक्षा सम्मेलन लिया गया. जिसमें बल सदस्यों के द्वारा कोरोना काल में किए गए कार्यों की सराहना की गई. त्योहारी सीजन दुर्गा पूजा, दिवाली, छठ पूजा के मद्देनजर असामाजिक तत्वों पर नजर रखने, अनधिकृत वेंडरों के खिलाफ रेल अधिनियम के तहत कार्यवाही करने आदि के लिए निर्देशित किए गये. दिनांक 24 अक्टूबर को तीनों मंडलों में वाक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक था- “रेलवे सुरक्षा बल के और अधिक आधुनिकीकरण के लिए उठाए जाने वाले कदम.” जिसमे अधिकारियों और जवानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने-अपने विचारों से अवगत कराया.
दिनांक 26 अक्टूबर को मुख्यालय द्वारा वाक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें उन अधिकारियों और बल सदस्यों को शामिल किया गया जिनका नाम बिलासपुर, रायपुर और नागपुर मंडलों के द्वारा चुनकर भेजा गया था. अंतिम वाक प्रतियोगिता में डिविजन और मुख्यालय के कुल 06 बल सदस्यों ने भाग लिया. जिसमें मुख्यालय के सहायक उप निरक्षक मनीष कुमार यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. बिलासपुर मण्डल के आरक्षक सी. एस. मिश्रा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया. वहीं नागपुर डिविजन के आरक्षक वसीम खान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया.