शादी ब्याह व विभिन्न आयोजनों में रोजी रोटी कमाने वालों पर संकट गहराया
बिलासपुर. कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन किये जाने से शादी, जन्मदिन पार्टी व् अन्य उत्सवों में सेवा देकर अपनी रोजी रोटी कमाने वाला वर्ग सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। इस वर्ष 2 अप्रैल रामनवमी के अवसर पर होने वाले सैकड़ो विवाह कार्यक्रम को लॉक डाउनलोड सोशल डिस्टेंसिंग के कारण स्थगित किया गया। इसके बाद दूसरे सबसे 26 अप्रैल व् 25 अप्रैल को अक्षय तृतीया के सबसे बड़े मुहूर्त पर पहले से तय हजारों विवाह कार्यक्रमों को भी स्थगित करना पड़ा है। प्रधानमंत्री द्वारा अब लॉक डाउन को आगामी 3 मई तक बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद मई माह में 1,4,7,18,और19 मई के मुहूर्त पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मई के बाद जून में भी विवाह के 7 मुहूर्त है। 30 जून के बाद एक मुहूर्त नवम्बर व् 4 मुहूर्त दिसम्बर में है। अप्रैल व् मई में सैकड़ो शादियां होने वाली थीं। इसके लिए शहर सहित आसपास के सभी विवाह घरों के साथ ही बेंड बाजा, ताशा, ढोल, कैटरर्स, घोड़ी बुक कराये जा चुके थे। इन तिथियों में विवाह समारोहों में सेवा देने वाले कोई भी व्यक्ति खाली नही थे, लेकिन लाक डाउन व सोशल डिस्टेंसिंग के चलते सभी कार्यक्रम स्थगित होने के बाद अब किसी के पास कोई काम नही है। अकेले बिलासपुर शहर में ही लगभग 50 लाख रूपये के बेंड बाजे की बुकिंग रद्द हुई है। इसी प्रकार कैटरर्स व् टेंट व्यवसायियो का भी लाखों का कारोबार ठप हो गया है। बेंड बाजा ग्रुप चलाने वालों के पास कलाकारों को देने के लिए पैसा नही है।बहरहाल जून के मुहूर्त में विवाह हो पाएंगे या नही… इस पर भी संशय की स्थिति बनी हुई है।