शासकीय बिलासा कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने सात दिवसीय शिविर में लिया भाग
बिलासपुर. शासकीय बिलासा कन्या महाविद्यालय के तत्वाधान में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत इकाई 1 एवं 2 का सात दिवसीय विशेष शिविर 17 से 23 फरवरी तक मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत एरमसाही में आयोजित की गई थी। जिसमें महाविद्यालय के 90 छात्राओं द्वारा नरवा, घुरवा एवं बाड़ी विषय से संबंधित कार्यक्रम का आयोजन किया। उक्त शिविर में छात्राओं द्वारा गांव में साफ-सफाई, जनगणना, नारा लेखन, पेटिंग, दीवाल लेखन, खिड़की एवं दरवाजे में पेटिंग, नाली साफ करना आदि कार्य किए। प्रतिदिन बौद्धिक परिचर्चा के दौरान छात्राओं के व्यक्तित्व विकास के लिए छात्रों द्वारा ही मुख्य अतिथि, अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथि के रुप में सहभागिता निभाते हुए महिला सशक्तिकरण, एनेमिया की रोकथाम, पर्यावरण संरक्षण, औषधी पौधोंं का महत्व, मानसिक तनाम से मुक्ति रासेयो एवं व्यक्तित्व विकास आदि मुद्दों पर व्याख्यान आयोजित किया जाता था। इस दौरान छात्राओं ने ग्राम एमरसाही के मिडिल स्कूल में शिक्षण कार्य किया तथा शाला प्रशासन द्वारा छात्राओं को अनुभव प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
शिविर समापन की मुख्य अतिथि के रुप में ग्राम सरपंच बसंती रामचंद्र यादव एवं अध्यक्षता जनपद सदस्य राधा दुर्गा पटेल द्वारा किया गया। इस अवसर पर डीडी कश्यप, डॉ. मुक्त दुबे, डॉ. रमेश पाण्डेय, डॉ. कावेरी दाभड़कर, डॉ. सुशीला एक्का, डॉ. शारदा दुबे, डॉ. तारणीश गौतम, डॉ. रुबी मिल्होत्रा, डॉ. एस जोगी, डॉ. अम्बुज पाण्डेय, पी. तांडी, उर्मिला विश्वकर्मा, संतोष कुमार वैद्य, भगवान सिंह ठाकुर, ओपी पाण्डेय, रीना कोशले, राजकुमार साहू, ममता गुप्ता, भारती साहू, शोभाराम उपाध्याय, रविकांत दुबे आदि उपस्थित थे। कॉलेज की छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान नशामुक्ति, मतदान जागरुकता, दहेजप्रथा, एसिड अटैक, निर्भया कांड में काजल घोरे, गीतांजलि पैकरा, आरती साहू, स्वाति गुप्ता, पारुल चंद्रा आदि ने नाटक, प्रहसन एवं नृत्य के माध्यम से ग्रामवासियों को समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अत्याचार से मुक्ति होने जागरुक किया। इसके साथ ही कर्मा, सुवा, पंथी, राउत नाचा आदि के द्वारा छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा उकेरने का प्रयास किया।