शाह फैसल ने छोड़ी राजनीतिक पार्टी, फिर से ज्वाइन कर सकते हैं प्रशासनिक सेवा
श्रीनगर. IAS अधिकारी से राजनेता बने, शाह फैसल (Shah Faisal) ने बड़ा फैसला लेते हुए राजनीतिक पार्टी छोड़ दी है. उन्होंने जम्मू एंड कश्मीर पीपल्स मूवमेंट (JKPM) का अध्यक्ष पद छोड़ दिया है. खबरें हैं कि फैसल वापस प्रशासनिक सेवा में शामिल हो सकते हैं. आपको बता दें कि बीते साल 5 अगस्त को जब जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का फैसला लिया गया था तब बाकी नेताओं की तरह शाह फैसल को भी हिरासत में रखा गया था. कुछ वक्त पहले ही उन्हें छोड़ा गया है. JKPM के वरिष्ठ नेता फिरोज पीरजादा ने कहा, “उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया है और पार्टी के नेताओं ने मुझे फिलहाल पार्टी चलाने की जिम्मेदारी सौंपी है.”
पीरजादा का कहना है कि शाह फैसल का इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है. यह दिलचस्प है कि इस्तीफा देने और राजनीतिक मोर्चा बनाने के बाद भी उनका नाम जम्मू-कश्मीर में आईएएस अधिकारियों की सूची से नहीं हटाया गया है.
पीरजादा ने कहा कहा, “हम नहीं जानते कि वह क्या करेंगे. वह अमेरिका में पढ़ाई के लिए जाने की बात करते रहते हैं. उनके प्रशासन में वापस शामिल होने की भी खबरें हैं.
आपको बता दें कि फैसल ने रविवार को अपने ट्विटर हैंडल से जेकेपीएम के अध्यक्ष के रूप में अपना स्टेटस हटा दिया था. इसके बाद यह बात सामने आने लगी है कि वह प्रशासन में वापस शामिल हो सकते हैं.
उन्होंने 2010 की सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया था और उन्हें IAS का J&K कैडर दिया गया था. 2018 में उन्होंने हार्वर्ड में पढ़ाई के लिए एक साल की छुट्टी ली थी. वापस आने के तुरंत बाद उन्होंने खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला लिया. उन्होंने साल 2019 में JKPM लॉन्च किया. लेकिन घाटी में हालात बदले और भारत सरकार द्वारा बीते साल अगस्त में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को हटाने का फैसला लिया गया.
इस दौरान राजनीतिक नेताओं को हिरासत में लिया गया और शाह फैसल को भी दिल्ली हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था. एक साल तक हिरासत में रहने के बाद उन्हें हाल ही में रिहा किया गया था.