सफलता की कहानी : गोबर बेचकर अपनी गिरवी रखी जमीन छुड़वाएगी रंभा, गोधन न्याय योजना से मिली उड़ान


बिलासपुर. जिले के विकासखण्ड कोटा के ग्राम शिवतराई के गौठान में मां महामाया महिला स्व-सहायता समूह विभिन्न गतिविधियां कर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा चुकी है। इसी समूह की सदस्य श्रीमती रंभा बाई के पति संतराम मरावी सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गये थे, इस दौरान उनका पैर काटना पड़ा। इलाज के लिये पैसे की जरूरत होने पर उन्होंने अपनी 3 एकड़ जमीन समूह के पास गिरवी रख दी थी।

यह जमीन उनके जीवन यापन का एकमात्र सहारा था। गुजारे के लिये उसके अलावा अन्य कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना रंभा के लिये उम्मीद की किरण लेकर आई है। वह गोबर बेचकर अब तक 27 हजार रूपये की आय प्राप्त कर चुकी है। उसे इसी तरह आय होती रहेगी तो उम्मीद है कि जल्द ही अपनी गिरवी रखी जमीन छुड़वा लेगी। गोधन न्याय योजना से उसे उड़ान मिली है।

समूह की अध्यक्ष सफीन बाई सिरसो ने बताया कि वे लोग स्थानीय स्तर पर चरवाहे से गोबर खरीदकर खाद बनाते थे और बिक्री करते थे। राज्य सरकार द्वारा गोधन न्याय योजना शुरू करने से अब उन्हें गौठान में गोबर प्राप्त हो जाता है। शिवतराई के गौठान में जिला पंचायत द्वारा वर्मी टैंक स्थापित कर दिया गया है। जिससे 45 दिन में समूह द्वारा खाद तैयार कर ली जाती है। प्लास्टिक की थैलियों में 5, 10 और 30 किलोग्राम पैकिंग अपने ग्राहकों को बिक्री करते हैं।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!