सरकारी अटल आवास में अवैध लोगों का कब्जा, शिकायत के बाद भी नहीं होती कार्रवाई
बिलासपुर. गरीबों के लिए बनाए गए सरकारी अटल आवास में गैर कानूनी रूप से कब्जा कर लिया गया है। इन मकानों को बनाने के बाद आबंटन नहीं होने के कारण लोग यहां जबरिया कब्जा कर रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों की मिली भगत होने के कारण एक ही व्यक्ति के नाम दो-तीन मकान तक आबंटित कर दिए गए हैं। इमलीभाठा में बनाए गए मकानों पर हुए कब्जे को लेकर हाल ही में शिकायत की गई है।
अरपा को संवारने की योजना के तहत गोंडपारा और राममंदिर के पीछे रहने वाले डबरीपारा के लोगों के मकानों को नगर निगम द्वारा तोड़ा गया था यहां के लोगों को इमलीभाठा और बहतराई के पास बने अटल आवास में शिफ्ट करने के दौरान कब्जा कर रहने वाले लोगों से जमकर विवाद भी हुआ था। उन्हें हटाने के बाद लोगों को शिफ्ट किया गया। इसके बाद भी नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी सरकारी आवास में कब्जा कर रहने वाले लोगों कार्रवाई नहीं कर रहे है।
शहर को झुग्गी झोपड़ी मुफ्त कर कई वर्षों से मिट्टी व खपरैल मकानों में रहने वाले लोगों के लिए अटल आवास योजना के तहत मकानों का निर्माण तेजी से कराया गया। योजना के तहत बनाये गए अधिकांश मकान अभी भी खाली पड़े हुए हैं। इन्हीं मकानों में रसूखदार लोग अवैधानिक रूप से कब्जा रहने लगे है। कई ऐसे आश्रित हैं जिन्होंने अपने नाम मकान तो आबंटित करा लिया है लेकिन उनके मकान में रसूखदार लोग कब्जा जमाए हुए बैठे हैं। ज्ञापन में बताया गया था कि जिन लोगों के पास शहर में पक्के मकान हैं वे लोग भी अधिकारियों से सेटिंग कर अपने नाम से मकान एलाट करवा लिए है।
तोडफ़ोड़ के कार्रवाई दौरान भी कई अपात्र लोगों को निगम के अधिकारियों ने आनन फानन में मकान आबंटन कर दिया है। नगर निगम के अधिकांश कर्मचारी अटल आवास योजना के तहत बनाये गए सरकारी मकानों में कब्जा कर रखा है, यहां वे मोटी राशि लेकर गैर लोगों को प्रवेश करवा रहे हैं। कई लोग तो बिना किसी से पूछे इन मकानों में जाकर ताला तोड़कर रहने भी लगे हैं, उनका कहना है कि जब खाली कराया जायेगा तब देखा जायेगा। अभी तो लॉक डाउन में रोजगार की समस्या है हम अभी कहीं नहीं जाएंगे।
मालूम हो कि अटल आवास योजना के तहत बहतराई, खमतराई, इमलीभाठा, अशोक नगर, मुरुम खदान, कोनी आदि क्षेत्रों में निर्माण किया गया है। जहां अधिकांश मकानों में अप्रात्र लोग ही निवास कर रहे हैं। कोनी क्षेत्र में बनाए गए मकानों में कई बाहरी लोग जाकर रहने लगे हैं। इन लोगों का हौसला इतना बुलंद है कि ताला तोड़कर जबरिया प्रवेश कर रहे हैं। कतियापारा में रहने वाले नत्थू गोंड को कोनी में मकान मिला है जब वह वहां पहुंचा तो किसी अन्य व्यक्ति ने ताला जड़ दिया था, जिसे तोड़कर वह अब यहां रहने लगा है। यहां खाली पड़े मकानों में बाहरी लोग आकर रहने लगे हैं, जिनके नाम पर मकान बना है वे लोग यहां अभी शिफ्ट नहीं हो सके हैं।