साल में तीसरी बार चोरी के शिकार हुए तीरंदाज अभिषेक, इस बार ससुराल से गायब हो गई कार

नई दिल्ली. अर्जुन पुरस्कार विजेता अभिषेक वर्मा (Abhishek Verma) इस साल तीसरी बार चोरी और झपटमारी का शिकार हुए हैं. जून से लेकर दिसंबर तक अभिषेक की दो कारें और एक महंगा स्मार्टफोन चोरी हो चुका है. इससे आहत अभिषेक ने कहा है कि वे अब कार खरीदेंगे ही नहीं. भारत के लिए एशियन गेम्स और विश्व कप में गोल्ड मेडल जीत चुके अभिषेक के साथ सबसे ताजातरीन घटना बुधवार को घटी, जब चोरों उनके ससुराल के ठीक सामने से उनकी करीब 30 लाख रुपए की टोयोटा फॉर्च्यूनर (ऑटोमेटिक, डीएल 8सीए वी 5073) उड़ा दिया.
भारत के स्टार तीरंदाज अभिषेक (Archer Abhishek Verma) ने बताया कि वे एक रेस्टोरेंट में पत्नी के साथ डिनर करने के बाद ससुराल गए थे. उन्होंने रात में गाड़ी वहीं खड़ी कर दी. सुबह जब उनकी आंख खुली तो उनकी गाड़ी का कुछ पता नहीं था. अभिषेक ने यह भी बताया कि गाड़ी के साथ उनकी आर्चरी किट भी चोरी चली गई, जो उनके लिए अधिक चिंता का विषय है.
अभिषेक ने एफआईआर दर्ज करा दी है. अभिषेक ने बताया, ‘मैं एशियन चैम्पियनशिप जीत कर आया था और मुझे अपने ससुराल जाना था, जो रोहिणी सेक्टर-3 में है. हम लोग रात में डिनर करने गए और वहां से लौटकर तकरीबन 10 बजे मैंने अपनी गाड़ी ससुराल के बाहर पार्क की. मैं रातभर वहीं पर रुका. सुबह जब मैं बाहर आया तो हैरान हो गया क्योंकि मेरी गाड़ी वहां पर नहीं थी. जब मैंने आस-पास एक घर से सीसीटीवी कैमरा की फुटेज देखी तो पता चला कि कोई मारुती-सुजुकी ब्रीजा गाड़ी थी, जिसने मेरी कार को कवर किया गया और फिर उसकी चोरी की गई. 11 बजे चोर आए हैं और 11:07 पर मेरी कार लेकर चले गए. चोर जिस गाड़ी में आए थे, उसका नम्बर मिल गया है.’
आयकर विभाग में कार्यरत इस विश्व चैम्पियनशिप तीरंदाज ने कहा, ‘मैंने रोहिणी सेक्टर-3 के एसएचओ से शिकायत की. वे मौके पर गए और देखकर आ गए हैं. अब आगे क्या करते हैं वो तो बात में पता चलेगा, लेकिन अभी तक कार नहीं मिली है.’ उन्होंने कहा, ‘एक परेशानी नहीं है. इस गाड़ी में मेरी किट भी थी वो भी चली गई. अब मुझे समझ में नहीं आ रहा कि मैं आगे के टूर्नामेंट में कैसे खेलूंगा.’
अभिषेक के साथ चोरी और झपटमारी की यह इस साल तीसरी घटना है. उन्होंने कहा, ‘छह महीनों में तीसरी बार मेरे साथ इस तरह की घटना हुई है. जून में मॉडल टाउन में मेरे घर के सामने से मेरी डस्टर गाड़ी चोरी हो गई थी. अभी तक कार का पता नहीं चला. फिर मैं जुलाई में विश्व कप खेल कर जैसे ही एयरपोर्ट से अपने घर की तरफ आ रहा था तो बीच में मेरा मोबाइल छीन लिया गया.’
अभिषेक अपने साथ हो रही घटनाओं से इतने परेशान हो गए हैं कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि वे अब कुछ दिन गाड़ी नहीं खरीदेंगे. अब वे पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करेंगे. वे साथ ही पुलिस से भी निराश हैं और कहते हैं कि हम देश के लिए अपना काम कर रहे हैं लेकिन पुलिस अपना काम करे तो खुशी होगी.