सोशल मीडिया में वायरल फर्जी पत्र की जांच एवं कार्रवाई हेतु जन नेता त्रिलोक श्रीवास ने किया पुलिस थाने में शिकायत

बिलासपुर. जिला पंचायत सदस्य बिलासपुर क्रमांक 3 तथा सभापति जनपद पंचायत बिल्हा के मार्गदर्शक जननेता त्रिलोक श्रीवास को नगर निगम क्षेत्र में ग्रामों के विलय करने पर शासन के द्वारा जारी अधिसूचना के निश्चित समय सीमा में हजारों ग्रामीणों के साथ आपत्ति करने पर जिला कांग्रेस कमेटी बिलासपुर द्वारा निष्कासित कर दिया गया है, साथ ही सोशल मीडिया में एक पत्र वायरल हो रहा है जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री के विरोध त्रिलोक श्रीवास के द्वारा करने की बात तथाकथित रूप से कही गई है.. उक्त वायरल फर्जी पत्र के जांच करने के लिए श्री त्रिलोक श्रीवास ने आज कोनी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाया है त्रिलोक ने अपनी शिकायत पत्र में कहा है कि यह उनके राजनीतिक छवि को धूमिल करने के लिए राजनीति विरोधियों की साजिश का एक हिस्सा है.. इस पत्र में कहीं पर भी त्रिलोक श्रीवास के हस्ताक्षर नहीं है और जो मोबाइल नंबर 2 सालों से पूर्व बंद हो चुका है वह मोबाइल नंबर दिया गया है यह पत्र पूर्णता झूठा भ्रामक मनगढ़ंत एवं निराधार है, पुलिस झूठा पत्र वायरल करने वालों के विरुद्ध शिकायत दर्ज कर जांच करें और दुष्प्रचार करने वाले विघ्न संतोषीओं के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने का आवेदन दिया है श्री त्रिलोक श्रीवास ने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी भी बड़े नेताओं के विरुद्ध कहीं कोई बात नहीं की है और कितने भी विषम परिस्थिति हो उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री का हमेशा सम्मान किया है और आजीवन सम्मान करते रहेंगेll