हवाई सेवाओं को लेकर महाराष्ट्र में सस्पेंस बरकरार, उद्धव सरकार ने फंसाया पेंच
मुंबई. कल (25 मई) से शुरू होने वाले विमान सेवा पर महाराष्ट्र (Maharashtra) में सस्पेंस बरकरार है. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने ट्वीट कर कहा है कि ग्रीन ज़ोन से स्वस्थ यात्रियों को रेड ज़ोन में लाकर उनको खतरे में क्यों डालें. उन्होंने कहा कि किसी पॉजिटिव यात्री को रेड ज़ोन में लाकर वहां के खतरे को बढ़ाना गलत है. साथ ही व्यस्त हवाई अड्डे को कोरोना महामारी में सावधानियों के साथ चलाने में ज्यादा लोगों की जरूरत पड़ेगी. जिसकी वजह से अपने आप खतरा भी बढ़ेगा.
महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने कहा रेड ज़ोन के हवाई अड्डों को इन हालात में खोलना खतरनाक साबित होगा. उन्होंने कहा कि यात्रियों की केवल थर्मल स्क्रिनिंग ही सुरक्षा के लिहाज से पर्याप्त नहीं है. इसके साथ-साथ रिक्शा, टैक्सी, बस को बड़ी तादाद में चलाना भी असंभव है. साथ ही किसी पॉजिटिव यात्री को रेड ज़ोन में लाकर वहां के खतरे को बढ़ाना गलत है.
महाराष्ट्र की शिवसेना अगुवाई वाली महा विकास आघाडी के इस कडे़ रुख से 25 मई से देशभर में हवाई सेवायें शुरू होने पर महाराष्ट्र ने फिलहाल ब्रेक लगा दिया है. उद्वव ठाकरे सरकार के अनुसार महाराष्ट्र में मुंबई, पुणे समेत प्रदेश के कई बडे़ शहर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है और इन्हें रेड ज़ोन घोषित किया गया है. ऐसे में इन जिलों में अत्यावश्यक सेवओं के सिवा लाकडाउन सख्ती से लागू है और कई तरह की पाबंदियां लागू हैं.
मुंबई, पुणे में कंटेनमेंट ज़ोन की संख्या और कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण के चलते टैक्सी और आटोरिक्शा यातायात पर भी रोक लगी हुई है. इन पाबंदियों के बीच हवाई सेवाएं शुरू नहीं किया जा सकती हैं. ठाकरे सरकार ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार ने 31 मई तक लाकडाउन बढ़ाने की अपनी सरकारी गाइडलाइंस मे भी हवाई सेवाओं पर पाबंदी जारी रखी हुई है. प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से कहा है कि मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने हवाई अड्डे पर मुंबई में दोबारा काम शुरू करने के लिए राज्य सरकार को अभी तक अपनी तैयारियों का संतोषजनक ब्योरा नहीं सौंपा है.
उन्होंने यह नहीं बताया है कि आखिर मुंबई और दूसरे रेड ज़ोन शहरों में हवाई अड्डे पर दोबारा काम फिर से शुरू करने के लिए स्टाफ की उपलब्धता, कर्मचारियों के स्वास्थ्य का ब्यौरा कैसे रखा जाएगा. आम दिनों में महाराष्ट्र में प्रतिदिन लगभग अठ्ठाईस हजार यात्री हवाई सफर करते हैं. महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि मौजूदा हालात के बीच हवाई यात्रियों को हैंडल करने के लिए मुंबई समेत रेड ज़ोन मे आनेवाले एयरपोर्टों पर और एयरलाइन्स में आम दिनों से कहीं ज्यादा स्टाफ की जरूरत होगी. जो हवाई यात्रा शुरू करने के लिए एक बड़ी चुनौती है. हालांकि केंद्र के लिए राहत की बात ये है कि उद्धव ठाकरे सरकार ने नॉन रेड ज़ोन में आनेवाले एयरपोर्ट पर हवाई सेवाएं शुरू करने में मदद की तैयारी दिखाई है.